इंदौर समवशरण दि.जैन समाज तीर्थंकर श्री 1008 आदिनाथ जन्म कल्याण से लेकर तीर्थंकर श्री 1008 महावीर जन्म कल्याण महामहोत्सव बड़ी धूम-धाम से मनाएगा
इंदौर ! ( देवपुरी वंदना ) दिगंबर जैन समाज के प्रथम तीर्थंकर श्री 1008 आदिनाथ का जनकल्याण महामहोत्सव आगामी शनिवार 26 मार्च 2022 को संपूर्ण विश्व में धूमधाम से मनाया जाएगा ।
इंदौर स्थित कंचन बाग क्षेत्र के समवसरण श्री 1008 दिगंबर जैन मंदिर में भी इसकी तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं।
गुरुवार 17 मार्च को आयोजित समाज की कार्यकारिणी की बैठक में हमारे आराध्य देव तीर्थंकर श्री 1008 आदिनाथ जन्म कल्याण महोत्सव से लेकर तीर्थंकर 1008 महावीर का जन्म कल्याण महोत्सव तक के आयोजनो को अंतिम रूप प्रदान किया गया।
समाज की बैठक में स्थानीय जैन समाज की अध्यक्षा श्रीमती रानी- अशोक दोशी, अक्षय अजमेरा, एम.के.जैन, मुकेश बाकलीवाल, अजीत जैन, संजयजैन,इंजीनियर संजीव जैन के साथ सभी गणमान्य कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित रहे एवं सर्वप्रथम आगामी 26 मार्च श्री 1008 आदिनाथ जयंती की रूपरेखा बनाई गई ! तीर्थंकर 1008 ऋषभदेव जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर हैं। तीर्थंकर का अर्थ होता है जो तीर्थ की रचना करें। जो संसार सागर (जन्म मरण के चक्र) से मोक्ष तक के तीर्थ की रचना करें, वह तीर्थंकर कहलाते हैं। ऋषभदेव जी को आदिनाथ भी कहा जाता है। भगवान ऋषभदेव वर्तमान अवसर्पिणी काल के प्रथम तीर्थंकर हैं।भगवान ऋषभदेव ने प्रजा को सबसे पहले असि (सैनिक कार्य), मसि (लेखन कार्य), कृषि (खेती), विद्या, शिल्प (विविध वस्तुओं का निर्माण) और वाणिज्य-व्यापार के लिए प्रेरित किया। कहा जाता है कि इसके पूर्व तक प्रजा की सभी जरूरतों को क्लपवृक्ष पूरा करते थे। उनका सूत्र वाक्य था- ‘कृषि करो या ऋषि बनो।’
ऋषभदेव ने हजारों वर्षों तक सुखपूर्वक राज्य किया फिर राज्य को अपने पुत्रों में विभाजित कर के दिगम्बर तपस्वी बन गए। उनके साथ सैकड़ों लोगों ने भी उनका अनुसरण किया। जब कभी वे भिक्षा मांगने जाते, लोग उन्हें सोना, चांदी, हीरे, रत्न, आभूषण आदि देते थे, लेकिन भोजन कोई नहीं देता था।
आगामी शनिवार 26 मार्च 2022 को प्रातः मंदिर प्रांगण से शोभा यात्रा के रूप में प्रभात फेरी निकाली जाएगी जो रतलाम कोठी एवं कॉलोनी के मुख्य मार्गो से निकलकर पुनः मंदिर में आएगी यहां पर श्रीजी की शांति धारा अभिषेक पूजन व प्रवचन विद्वान ब्रह्मचारी रतन लाल जी शास्त्री के सानिध्य में आयोजित किया जाएंगे कार्यक्रम के पश्चात समस्त श्रावक – श्राविकाओं के लिए स्वल्पाहार की व्यवस्था भी रहेगी।
वर्तमान शासन नायक भगवान श्री 1008 महावीर, जन्म कल्याण के अवसर पर समाज के सभी घरों में दीपक जलाए जाएंगे एवं रोशनी की जाएगी इस अवसर पर सुबह प्रभात फेरी अभिषेक पूजन का आयोजन किया जाएगा एवं निस्सहाय लोगों को उपहार स्वरूप उपयोगी सामग्री का वितरण भी किया जाएगा।
इसी दौरान जैन श्रावको में ध्यान की पद्धति विकसित करने की विद्वानों द्वारा क्लासेस भी लगाई जाएंगी।
प्रचार मंत्री
संजीव जैन ‘संजीवनी”
इंदौर