सकारात्मक भावों को लिए ग्वालियर के मुरार में नई सोच ऊर्जा के साथ 105 आर्षमति माताजी का चातुर्मास कलश स्थापना

 

ग्वालियर ! ( देवपुरी वंदना )
तप, साधना, आराधना,व ज्ञान वृद्धि का महापर्व चातुर्मास (वर्षायोग) का जैन धर्म में सामाजिक तथा धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्व है। व्यक्ति और समाज में परपस्पर सम्बद्ध हैं। एक-दूसरे का विकास परस्पर सहयोग से होता है। हमारे साधु-साध्वियां वर्षावास में लोगों को समाज में परस्पर भाईचारे, सद्भावना और आत्मीयता बनाए रखने की प्रेरणा देते हैं। आधुनिक युग संदर्भ में व्यक्ति और समाज की परिस्थितियां बदल गई हैं। जीवन में कुंठाएं, धन लोलुपता और पक्ष राग बढ़ गया है तथा धर्म राग कम हो गया है। फिर भी साधु-साध्वी इसमें संतुलन रखने और मर्यादित जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं जिससे समाज में एकसुरता बनी रहती है। धार्मिक दृष्टि से तप, जप, स्वाध्याय, दान, उपकार और सेवा आदि प्रवृत्तियों को प्रश्रय देना उनका ध्येय भी है और कर्तव्य भी, क्योंकि साधु-साध्वियां समाज के अधिक निकट होते हैं और वे समाज में पनप रही रूढिय़ों और मिथ्या धारणाओं का निराकरण करने का प्रयत्न करते हैं। उक्त विचारों से धर्म सभा को संबोधित करते हुए आचार्य श्री 108 ज्ञानसागर जी महाराज की अंतिम दीक्षित शिष्या आर्यिका रत्न गुरु मां 105 आर्षमति माताजी ने कहां इसके पूर्व ऐतिहासिक अस्मरणीय समारोह के प्रारम्भ में ध्वजारोहण इंजीनियर श्री बृजेश जैन श्रीमती कविता जैन सी.पी. कॉलोनी मुरार एवं मंगलाचरण चेतना शिक्षा हाई स्कूल की नन्हीं-नन्हीं बालिकाओं ने किया । समारोह में मंच संचालन खुरई से पधारे हुए बा.ब्र. श्री नितिन भैयाजी ने किया । संगीत की स्वर लहरी के रूप में भोपाल से पधारे रोहित एवं स्वराज एन्ड पार्टी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई ।
गुरुमां गणिनी माताजी (ससंघ) के पावन वर्षायोग 2022 के मंगल कलश स्थापना के समारोह में जैन धर्मशाला मुरार में प्रथम कलश वर्षायोग समिति के संयोजक श्री अशोककुमार प्रिंसकुमार जैन (ऐसा वाले) ने 16 श्रीफल प्रदान कर स्थापित किया । द्वितीय कलश श्री अमरचंद सत्येंद्र कुमार आशीष जैन (मेडिकल वाले), तृतीय कलश श्री महावीर प्रसाद, सौरभ कुमार जैन ( अध्यक्ष जैन समाज मुरार), चतुर्थ कलश श्री हरीशचंद्र दिवाकर जैन (दद्दा परिवार), पंचम कलश श्री राजकुमार जैन “सर” काव्यांश जैन, षष्टम कलश श्री विनोदचंद्र प्रदीप कुमार जैन (पीडी) ने स्थापित किया । इस पुनीत एवं पावन अवसर पर श्री सोनू जैन, रिंकू जैन (वरहाना वाले) मुरैना ने पूज्य गुरुमां गणिनी आर्यिका 105 आर्षमति माताजी को सिंहासन, शास्त्र एवं बस्त्र प्रदान किये ।
वर्षायोग समिति के संयोजक श्री अशोक जैन ऐसाह वाले , महामंत्री श्री सत्येंद्र जैन ” डिंपल भैया” संयोजक प्रदीप जैन, राजकुमार जैन, सुदीप जैन, कुशल जैन, अजय कुमार जैन, सहित सभी चातुर्मास कमेटी के साथियों ने बाहर से पधारे हुए सभी अतिथियों का सम्मान किया । बाहर से पधारे हुये सभी भक्तों ने गणिनी आर्यिका माताजी के श्री चरणों में श्रीफल अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया
समारोह में मुरेना, अम्बाह, नरवर, हाथरस, इंदौर, भोपाल, दिल्ली, गंज बासौदा सहित सैकड़ों की संख्या में स्थानीय साधर्मी बन्धु, माता-बहिनें एवं युवा साथी उपस्थित थे ।

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