कामां के संजय बड़जात्या का आह्वान व आचार्य श्री के सानिध्य में ई-व्रत मुहिम का आगाज
राजस्थान ! वर्तमान समय मे मोबाइल हर व्यक्ति की आवश्यकता बन चुका है, किन्तु मोबाइल का उपयोग नही दुरुपयोग किया जा रहा है। इंटरनेट का उपयोग कर मोबाइल पर वाट्सएप,फेसबुक, इंस्टा ग्राम, टेलीग्राम,यूट्यूब,ट्विटर यहां तक की गेम खेल कर अपना कीमती समय व्यर्थ गंवाया जा रहा है। मोबाईल पर इंटरनेट का अधिक मात्रा में उपभोग को देखते हुए विजयमती त्यागी आश्रम में विराजमान जैन आचार्यश्री108 विनीत सागर महाराज के सानिध्य में संजय जैन बड़जात्या के आह्वान पर ई-व्रत मुहिम का प्रारम्भ किया गया।
गुरुभक्ति के दौरान मोबाइल पर इंटरनेट के दुरुपयोग का विवेचन करते हुए आचार्य श्री विनीत सागर ने कहा कि अभिभावकों के सामने एक विकराल समस्या आकर खड़ी हो गई है कि अपने बच्चों को मोबाइल,लेपटॉप,कम्प्यूटर, टीवी आदि मनोरंजन के साधनों में ही समय गवां रहे हैं और जीवन को बर्बाद करने में जुटे हुये हैं। उन्होंने कहा कि इंटरनेट का अत्यधिक उपयोग परिवारों में विघटन,युवाओं में भटकाव,रिश्तों में दरार का प्रमुख कारण बनता जा रहा है। इस अवसर पर वर्षायोग समिति के महामंत्री संजय सर्राफ ने कहा कि संजय बड़जात्या जी ने नई पहल करते हुए ई- व्रत या कहे तो ई- उपवास धारण करने का आह्वान किया जो आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के अधिक उपयोग से बच्चे परम्परागत खेलो से दूरी बना रहे तो युवक, युवतीयां स्वयं को बीमारियों की जद में ले जा रहे हैं। आखों में सूखापन,स्मरण शक्ति का कमजोर होना,साइटिका,मानसिक बीमारियों, चिड़चिड़ापन के शिकार हो रहे हैं उससे भी आगे एकाकी होते जा रहे हैं और गुस्सा बढ़ रहा है छोटी उम्र में चश्मा लगना माता-पिता व सभी अन्य रिश्तेदारों पर गुस्सा करना आम बात हो रही। वर्षायोग समिति के अध्यक्ष दिनेश जैन के अनुसार ई व्रत मुहिम से जैन समाज कामां के बच्चे,युवा,युवतियां जुड़कर इंटरनेट से दूरी बना रहे जो जैन समाज कामां की अभिनव पहल है जिसकी वर्तमान को महत्ती आवश्यकता है। सभी को इस अनूठी पहल का स्वागत करना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी संस्कारो से विमुख न हो। इनका उपयोग हो दुरुपयोग न हों यह अभियान यह मुहिम वर्तमान परिप्रेक्ष्य में नितान्त आवश्यक है