अशोक मेहता की कलम … ” मन के मोती ” का विमोचन
इंदौर ! ( देवपुरी वंदना )
लेखन के माध्यम से लेखक पाठकों तक अपने विचारों तथा भावों को सम्प्रेषित कर सकता है। इतना ही नही, अपने उच्चतम गुणवत्ता में यह सर्जनात्मक लेखन का भी एकमात्र माध्यम है। लेखन के माध्यम से ही वह अपने विचारों तथा भावों को साहित्यिक रचना के रूप में प्रस्तुत कर सकता है और अपनी सर्जनात्मक प्रतिभा को विकसित करता है।
इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए मात्र 19 वर्ष की आयु में सिविल इंजीनियर डिप्लोमा करने वाले लेखक, पत्रकार, वास्तुविद् एवं पर्यावरणविद् समाजसेवी अशोक मेहता जी की पुस्तक “मन के मोती ”के विमोचन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के साथ स्वयं के जन्म दिवस 2 अक्टूबर को इंदौर स्थित रविंद्र नाट्य ग्रह परिसर में तपस्वी अलंकरण समारोह के शुभ अवसर पर इंदौर शहर में चातुर्मास के शुभ प्रसंग मे विराजित जैन साध्वी श्री कार्तिकयशा जी
पूज्य गणि श्री सम्यक चंद्र सागर जी महाराज साहब
आदर्श ज्योति जी महाराज साहब
परम पूज्य देव श्री चंद्र कीर्ति सागर जी सुरिश्वर व
मुनि श्री 108 आदित्य सागरजी जैसे संत जना धार की मौजूदगी और इंदौर जैन समाज के प्रबुद्ध वर्ग, के साथ श्रावक श्राविकाओ उपस्थिति में हुआ । श्री अशोक जी मेहता ने प्लानिंग आफ हाउसिंग कॉलोनी इन इंडिया हाउसिंग एंड एनवायरमेंट के साथ D.C.E.BSc ( Arch.) USA
P.G.D.( ECO & Env.) तक बेसिक शिक्षा के साथ शहर के विभिन्न आयामों को जोड़ते हुए अवार्ड प्रोजेक्ट मैं अपनी सहभागिता निभाई ।
अपनी कलम से मन के मोती मैं जीने की राह, राजनीति, शासन – प्रशासन के साथ स्वास्थ्य पर्यावरण का आज की अत्यंत आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सारगर्भित विश्लेषण किया है।
देवपुरी वंदना समाचार परिवार श्री मेहता जी को उनकी इस उपलब्धि पर बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता है।