मैं समाज को जगाने का कार्य करता हूं

इतिहास ने अपने पन्नों में समाज को जगाने वाले को ही जगह दी हैं। ऐसे लोगो को सोए हुए समाज के नेता नकारात्मक बताने की कौशिश करते रहते है लेकिन यह बात इतिहास गवाह है कि समाज की चेतना जगाने वाले ही, समाज की दिशा निर्धारित करते हैं। समाज में सुझाव देने वाले मिलेंगे। पैसा देने वाले भी मिल जाएंगे। कार्य करने वाले बहुत मिल जायेंगे लेकिन समाज पर उस कार्य से होने वाले प्रभाव की समीक्षा करने वाले विरले ही होते हैं क्योंकि गरीब में हिम्मत नहीं मध्यम को फुर्सत नहीं अमीर को जरूरत नहीं।
लेखन के द्वारा किए गए कार्य का बहुत असर होता हैं। कलम की धार में इतनी ताकत होती है कि वह मनुष्य के अंतर्मन एवं विचारों को प्रभावित कर लेती है। कलम द्वारा लिखे गए लेखनी के वार से करोड़ों लोगों को जागृत करने का काम किया जा सकता है। प्रभावी ढंग से लिखा गया प्रत्येक शब्द लोगों के मन में जागृति का भाव जगाने में सक्षम होता है। कलम के द्वारा ही लोगों में नई चेतना पैदा कर समाज में फैली कुरीतियों को दूर किया जा सकता है।
कलम में विचारों की शक्ति होती है। कलम के द्वारा विचारों की अभिव्यक्ति से समाज को जगाया जा सकता है। समाज को जागृत करने वाले को गलत कार्य करने वाले नेगेटिव बताने की कोशिश करते हैं ताकि अपने द्वारा किए गए गलत कामों को पॉजिटिविटी की आड़ में छुपाया जा सकें। समाज को जगाने वाले वोटों की राजनीति से दूर रहते है और न ही हार जीत का उन पर कोई असर होता हैं। चापलूस को अपने से सदा दूर रखते हैं।
कलम द्वारा अहिंसक और शांती पूर्ण तरीके से समाज में बदलाव लाया जा सकता हैं। सोई हुए भावनाओं को जागृत कर कलम समाज में परिवर्तन की आग को दहका सकती है। कलम समाज में अहिंसक क्रांति ला सकती है। सूचना क्रांति के आधुनिक दौर में सोशल मीडिया हमारे लिए एक वरदान के रूप में है। मां सरस्वती से मिली चिंतनात्मक विचारशैली को लेखन में उतार कर, मैं समाज में जागृति पैदा करने का प्रयास कर रहा हूं।
– मानक राठौड़ जैन

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