इंदौर विधानसभा -1 चुनाव और जैन समाज के कांग्रेस प्रत्याशी

इंदौर ! (देवपुरी वंदना) इतिहास गवाह है कि किसी भी राष्ट्र की उन्नति के लिए वहां जन-मानस ही राष्ट्र नायक होता है । फिर वह चाहे शैक्षणिक ,व्यापारिक , राजनैतिक , शासकीय तंत्र या किसी भी क्षेत्र ‌ से हो । क्योंकि उनकी सोच ही उनके दायित्वो का निर्वहन करना सिखाती है ।
आज पूरे राष्ट्र में देखा जाए तो राजनैतिक और सामाजिक मुद्दों से ही राष्ट्र घिरा हुआ नजर आता है । क्योंकि समाज व धर्म से ही राजनैतिक गलियारों मैं हलचल होती आ रही है । लोकतांत्रिक राज्य में राजनैतिक गहमागहमी मैं अब हार – जीत का फैसला क्षैत्रीय (वोटर) जनमानस के विचारों पर आधारित होता हैं ।
इसका प्रत्यक्ष उदाहरण कर्नाटका प्रांत के चुनाव परिणाम है । आने वाले वर्ष के प्रथम माह के प्रथमं सप्ताह 06 जनवरी 2024 को संभावित समय अनुरूप मध्य- प्रदेश मे विधानसभा चुनाव होने‌
वाले हैं । क्योंकि विगत विधानसभा -1 के चुनाव परिणाम से कोई अनजान नहीं है किसी धर्म समाज पर अव्यवहारिक टीका टिप्पणी भी चुनाव परिणाम बदलने में इतिहास रच सकता है ।
प्रायः इंदौर शहर में भी विधानसभा वार देखा जाए तो शासन-प्रशासन के रवैया से चाहे वह प्रांतीय , राष्ट्री या क्षेत्रीय हो। नाराज जैन समाज अपने धर्म समाज अपनी संस्कार ,संस्कृति , पर हो रहे आघात को अनदेखा करने वाले जनप्रतिनिधियों को उनको अपने वोट बैंक की ताकत का परिणाम दिखाने के लिए जैन समाज ने कमर कस ली है ।
इंदौर विधानसभा – 1 के कांग्रेस दल के अनुसार देखा जाए तो 14 वार्डों की विधानसभा में लगभग 70 कॉलोनी व 5 मेन रोड जिसमें बाहुल्य जैन समाज का वर्चस्व रहता है प्रमुख रूप से मल्हारगंज, छिपा बाखल जुनी कसेरा बाखल,
खजूरी बाजार ,कैलाश मार्ग ,कालानी नगर, गांधी श्री कृष्ण नगर, कान्यकुब्ज नगर , नगीन नगर, रामचंद्र नगर, हुकुमचंद कॉलोनी ,विंध्यांचल नगर ,अग्रसेन नगर , गौरव नगर, महावीर बाग,छत्रपति नगर, वर्धमान नगर ,हुकुमचंद कॉलोनी, रामानंद नगर, आम्रकुंज कॉलोनी, अंबिकापुरी, शिक्षकनगर ,वेंकटेश नगर, अंजनी नगर , सुखदेव ‌नगर, लोकनायक नगर ,संगम नगर, नीलकंठ कॉलोनी, बड़ा गणपति क्षेत्र, तंबोली बाखल ,स्कीम नंबर -51, ऋषि नगर, जगदीश नगर, शास्त्री कॉलोनी ,महाराणा प्रताप नगर ,सुभाष मार्ग ,तंबोली बाखल नीलकंठ कॉलोनी, आदि मे जैन गणना अनुरूप ***395 महिला – पुरुष जैन मतदाता अपने मतों का उपयोग करते हैं जिसमें अभी दिगंबर पंथ की ही गणना है लगभग इसी आंकड़ों के समकक्ष श्वेतांबर पंथ की गणना शेष है। इसके साथ ही क्षेत्र में सनातन धर्म, वैश्य समाज जैसे अग्रवाल, नागर, माहेश्वरी ,गुप्ता ,‌ नीमा ,ब्राह्मण आदि परिवारों से भी जैन समाज का अच्छा संपर्क है । पूर्व की भांति जैन बाहुल्य क्षेत्र में कांग्रेस दल में जैन समाज के अनेकों सफल इतिहास रचने वाले जैन प्रत्याशी की भूमिका रही है अभी वर्तमान के शासन-प्रशासन व बिगड़ते राजनेतिक परिवेश से नाराज जैन समाज परिणाम बदलने के लिए अपने साधार्मिक जैन जागरूक, धूल’धर साहसिक बंधुओं को चुनाव टिकट दिलाने से लेकर जिताने तक का मन बना चुकी है जिसमें । क्योंकि इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष भी जैन समाज से है । इंदौर जैन समाज मे भी मुख्य रूप से राष्ट्रीय से लेकर क्षेत्रीय स्तर पर संघ ,संगठन, मंडल महासभा, महासमिति ,सोशल ग्रुप्स, महिला मंडल ,परिषद आदि है इसके साथ साथ जैन समाज का वृहद स्तर पर कार्यशील है।
इसके साथ साथ विगत 24 जून 2007 को जैन राजनैतिक चेतना मंच का गठन हुआ था तब से ही यह मंच भारत के सभी प्रांतों में अपनी पैठ जमाए हुए हैं आज भी देश के सभी स्थानों पर क्षैत्रीय से राष्ट्रीय स्तर तक अपनी अहम भूमिका निभाता आ रहा है । आगामी जुलाई माह मैं इंदौर शहर में राष्ट्रीय अधिवेशन होने जा रहा है।
इंदौर विधानसभा -1 जैन समाज के कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में समाज एवं राजऩैतिक क्षेत्र में गहरी पैठ रखने वाले सर्वश्री शहर प्रवक्ता मनीष अजमेरा, राजेश जैन दद्दू, महावीर जैन ,सुनील गोधा, संजय बाकलीवाल, नकुल पाटोदी, संजय जैन, आदि पुरुष वर्ग एवं जैन समाज की महिला कांग्रेस नेत्री के लिए भी सशक्त मजबूत दावेदारी के साथ समाज का वर्चस्व स्थापित करने के लिए कमर कस चुका है अब देखना यह है कि कौन सा दल जैन समाज की संस्कार संस्कृति, पर हो रहे आघात से नाराजगी दूर करने में सहयोग करता है या नहीं या फिर बदलाव के परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहता है ।

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