प्रिंट मीडिया ही पत्रकारिता के दायित्व का निर्वहन करता है :-: मुनि श्री आदित्य सागर जी
भीलवाड़ा ! लिखा हुआ ही सच का भविष्य में प्रमाण बनता है, ओर वही प्रमाण हमें अपना आगम देता है । एक पत्रकार का भी नैतिक दायित्व होता है कि वह अपने पाठकों या दर्शको को सत्य ही परोसे । पर आज पत्रकारिता में भी बड़ी गिरावट आ गई है इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जो केवल अपने दर्शकों को बांधे रखने के लिए सच को झुठ ओर झुठ को सच बनाने में माहिर हो गया है । देश मे चल रहे किसी भी मुद्दे को कितना ऊँचा उठाना है या कितना दबाना है यह सब प्रायोजित सा लगने लगता है लेकिन प्रिंट मीडिया की विश्वसनीयता आज भी बरकरार है जो निष्पक्षता के साथ अपने दायित्व का निर्वहन कर रहा है । असल पत्रकार वहीं है जो समाज या राजनीति के ज्वलन्त मुद्दों को जनता के सामने रखे और तब तक रखे जब तक उन मुद्दों का कोई समाधान नहीं निकले ।
आर. के. कॉलोनी में वर्षायोग कर रहे मुनिश्री108 आदित्य सागर जी ने जैन पत्रकार महासंघ के प्रतिनिधि मण्डल को आशीर्वाद देते हुए कहा कि पत्रकार तो समाज को नैतिक आकार देने की पात्रता रखता है ।
भीलवाड़ा जिला संयोजक प्रकाश चंद्रपाटनी ने जानकारी देते हुए बताया की जैन पत्रकार महासंघ के संस्थापक राष्ट्रीय मंत्री श्री राकेश जैन ‘चपलमन’ कोटा एवं मांडलगढ़ के क्षेत्रीय प्रतिनिधि श्री अनिल सेठिया सहित मुनिसंघ से एक शिष्टाचार भेंट हुई जिसमें सदस्यो द्वारा जैन पत्रकार महासंघ की स्थापना एवं उसके उद्देश्यों के बारे में मुनि श्री को बताया गया ।
इस अवसर पर राकेश जैन ’चपलमन’कोटा ने मुनिश्री से निवेदन करते हुए कहा कि हमारा चलता फिरता आगम तो आप जैसे श्रमण है जिनसे वास्तविक दिगम्बर धर्म की पहचान है अतः अपनी साधना के काल मे से कुछ समय निकालकर जैन पत्रकार महासंघ के सभी सदस्यों को सम्यक निर्देशन अवश्य प्रदान करें । प्रकाश पाटनी ने कहा कि शीघ्र ही एक रूपरेखा बनाकर पूरे भारत वर्ष के जैन पत्रकारों को भीलवाड़ा आमन्त्रित किया जायेगा जंहा मुनि श्री 108 आदित्य सागर जी ससंघ के सानिध्य में जैन पत्रकार महासंघ का अधिवेशन होगा ।
प्रकाश पाटनी ✍🏻