बंद, बंद , मुनि श्री की निर्मम हत्या जैन समाज द्वारा 20 जुलाई को बंद का आह्वान
इंदौर ! ( देवपुरी बंदना ) सकल जैन समाज, दुखी हैं, निशब्द हैं, स्तब्ध हैं कर्नाटक में दिगम्बर जैन आचार्य 108 श्री कामकुमार नन्दी जी की निर्मम हत्या से अहिंसा प्रेमी जैन समाज में रोष है ! राजस्थान की सकल जैन समाज के साथ प्रत्येक गांव ,शहर, कस्बा, नगर, प्रांत हत्या के विरोध एवं अन्य माँगों को लेकर आगामी गुरुवार 20 जुलाई 2023 को समग्र जैन समाज अपने साथ-साथ साथ सभी जैन साधर्मी बंधु निवासरत प्रत्येक गांव ,शहर ,कस्बा ,नगर , प्रांत बंद का आह्वान करता है !
सकल जैन समाज की प्रमुख माँगे आचार्य श्री के हत्यारों को फास्ट ट्रेक में सुनवाई कर सख्त से सख्त सजा दिलवायी जाये। देश भर में जैन संतों के पैदल विहार के समय सुरक्षा उपलब्ध हो !
जैन समाज सहित सर्व समाज के वे संत जो आजीवन पैदल विहार करते है उनके रात्रि विश्राम हेतु हर बीस किलोमीटर पर सामुदायिक आश्रय स्थल बनाए जाये !
देश के प्रत्येक राज्य में जैन श्रमण संस्कृति आयोग का गठन हो । देश भर के जैन तीर्थो मंदिरों व धर्मशालाओं के संरक्षण हेतु राष्ट्रीय जैन कल्याण आयोग का गठन हो !
जैन समाज के आव्हान पर जब कभी स्थानीय स्तर पर या राष्ट्रीय स्तर पर नगर बंद किया जाता है । तो उसके पीछे कोई न कोई महत्वपूर्ण और सम्वेदनशील कारण होता है. लोकतांत्रिक समाज में नगर बंद का उद्देश्य होता है – शासन , प्रशासन के साथ साथ जन मानस को समस्या से अवगत कराना और लोगों का समर्थन प्राप्त करना . पर हम इसमें कितने सफल हो पाते हैं? जैन व्यापारी अवश्य अपने प्रतिष्ठान बंद कर लेते हैं और एक निर्धारित मार्ग से जुलूस में जाकर प्रशासन को ज्ञापन दे आते हैं और बंद को सफल मान लेते हैं. इतने बड़े शहर अधिसंख्य निवासियों को और शहर की सामान्य गतिविधियों को कोई फर्क नहीं पड़ता. लोगों को पता ही नहीं चल पाता कि जैन समाज के साथ कुछ बड़ी घटना घटित हुई है. अतः आगामी गुरुवार 20 जुलाई 2023 को प्रस्तावित बंद के लिए कुछ जैन समाज के हॉटल संचालक, डेयरी संचालक, दवा विक्रेता आदि भी अपने कारोबार बंद करें जैन डॉक्टर भी अपने क्लीनिक बंद रखें समस्त जैन कर्मचारी/शिक्षक उस दिन अपने कार्यालय से आकस्मिक अवकाश लें तथा आवेदन में अवकाश का कारण स्पष्ट लिखेंं पालक अपने बच्चों को स्कूल न भेजें अपने व्यक्तिगत सम्बंधों के आधार पर अन्य समाज के व्यापारियों और प्रोफेशनल्स को भी बंद का समर्थन करने के लिए प्रेरित करें.समस्त जैन बंधु उस दिन स्वयं भी कोई खरीदी न करें. नगर बंद में अपनी दुकान बंद रखने के कारण अनेक व्यापारियों को पूरा दिन मौज मस्ती के लिए मिल जाता है . इसलिए वे हॉटल जाते हैं,मूवी देखते हैं, मॉल चले जाते हैं अथवा पिकनिक पर चल देते हैं. वे स्वयं उस उद्देश्य के प्रति जागरूक और गम्भीर नहीं होते जिसके लिए नगर बंद किया गया है और जो घटना घटित हुई है. अतः नगर बंद और अधिक प्रभावशाली सिद्ध होगा अगर उस दिन कोई भी जैन व्यक्ति बाज़ार में एक रुपए का भी विनिमय न करे. हम घर पर ही रहें अथवा यदि कहीं कोई प्रदर्शन या विचार गोष्ठी आयोजित है तो वहाँ जाएँ और समाज के बेहतर भविष्य हेतु विचार और कार्य योजना में भागीदार बनें. जैन समाज जिन जटिल समस्याओं से घिरता जा रहा है उसके लिए एक दिन का बंद तो सांकेतिक है, आवश्यकता गम्भीर चिंंतन मनन की है ।
जिसमे समाज के प्रमुख लोग अपने विचार व्यक्त करें अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त करें और सरकार तक यह मैसेज भी जावे कि जैन समाज में मुनि श्री की जघन्य हत्या पर रोष एवं आक्रोश है।
समग्र जैन समाज से निवेदन है कि भगवान महावीर के सिद्धांतों के अनुरूप ही अहिंसामय समाज की क्रिया अनुसार ही अपने मुख्य उद्देश्यों को सरकार तक पहुंचाना है। सभी मौन रहकर अपनी बात मनवाने मे समाज की सोच को आगे ले जाए ।