जैन समाज की मांग के बाद राजस्थान सरकार द्वारा श्रमण संस्कृति बोर्ड का गठन
जयपुर ! ( देवपुरी वंदना ) पिछले कई दिनों से जैन समाज पर पूरे समुचे देश एवं प्रदेश में
अति प्राचीन धार्मिक धरोहरों एवं तीर्थ स्थलों को विनष्ट करने के कुप्रयास निरन्तर हो रहे है। जैन धर्म की धरोहरों पर अनैतिक एवं अवैध तरीके से अवैध कब्जे, अतिक्रमण हो रहे हैं। इतना ही नहीं जैन श्रमण संस्कृति पर कुठाराघात हो रहा है। जैन संतों पर आए दिन उपसर्ग हो रहे हैं। जैन संतों की चर्या यथा विहार और निहार में काफी परेशानियां सामने आ रही है। जैन धर्म की श्रमण संस्कृति, धार्मिक सम्पदाओं / धरोहरों यथा जैन तीर्थ, प्राचीन मंदिरों की सुरक्षा के संबंध में उचित व्यवस्था किया जाना प्रत्येक लोक कल्याणकारी सरकार का दायित्व है। साथ ही समुदाय के सर्वांगीण विकास हेतु अन्य आवश्यक व्यवस्था किया जाना आवश्यक है। इन सभी की सुरक्षा,संरक्षण एवं संवर्द्धन,जैन समुदाय की संस्कृति, धार्मिक सम्पतियों की सुरक्षा,संरक्षण, जैन आचार्याे,संतों की सुरक्षा एवं चर्या के संरक्षण हेतु हेतु राज्य में श्रमण संस्कृति बोर्ड के गठन की मांग को
राजस्थान सरकार ने मानते हुए
राजस्थान राज्य में श्रमण संस्कृति बोर्ड का गठन करने का प्रस्ताव स्वीकार किया विगत दिवस राजस्थान सरकार द्वारा
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग जी 3/1 ए राजमहल रेजीडेन्सी एरिया, सिविल लाईन्स फाटक, जयपुर क्रमांक एफ 11 () / श्रमण संस्कृति बोर्ड / बीसी / सान्याजवि / 2023/ जयपुर,
राजस्थान राज्य श्रमण संस्कृति बोर्ड राज्य सरकार द्वारा जैन समुदाय के मंदिर, पुरातात्विक धरोहरों के सरक्षण एवं नव निर्माण,जैन समुदाय के लोक साहित्य एवं ग्रंथों के प्रकाशन, प्रचार-प्रसार इनके प्राचीन साहित्यों के सकलन, शोध एवं सरक्षण तथा जैन धर्म श्रमण परम्पराओं के सरक्षण के सम्बन्ध में सुझाव देने हेतु राज्य श्रमण
संस्कृति बोर्ड का गठन किया जाता है। राजस्थान राज्य श्रमण संस्कृति बोर्ड का गठन गैर सरकारी सदस्य 5 जो निम्न प्रकार होगे – अध्यक्ष एक उपाध्यक्ष- एक
सदस्य तीन (इन पदों का मनोनयन राजस्थान राज्य श्रमण संस्कृति बोर्ड के नियमों के अन्तर्गत किया जायेगा)
सरकारी सदस्य इस बोर्ड में निम्नलिखित सरकारी सदस्य होंगे
क शासन सचिव गृह विभाग अथवा उनका प्रतिनिधि (संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी)
ख शासन सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग (प्रारम्भिक / माध्यमिक) एवं संस्कृत शिक्षा विभाग अथवा उनका प्रतिनिधि (संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी)
ग आयुक्त / निदेशक, कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरात्तव विभाग उनका प्रतिनिधि
छ आयुक्त / निदेशक, देवस्थान विभाग अथवा उनका प्रतिनिधि
आयुक्त / निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग अथवा उनका प्रतिनिधि। च आयुक्त/ निदेशक, अहिंसा एवं शांति विभाग अथवा उनका प्रतिनिधि । आयुक्त / निदेशक अल्पसंख्यक मामलात विभाग अथवा उनका प्रतिनिधि
ज उप निदेशक स्तर का विभागीय अधिकारी (सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग) राजस्थान राज्य श्रमण संस्कृति बोर्ड सचिव
क उद्देश्य
1. जैन धर्म श्रमण परम्पराओं के संबंध में राज्य सरकार को सुझाव देना ।
2. जैन समुदाय के लोगों के कल्याण हेतु इस समाज के लिये विभिन्न योजनाएं प्रस्तावित
करने एवं उनके प्रचार प्रसार के संबंध में राज्य सरकार को सुझाव देना ।
3. जैन समुदाय पर आधारित पुरातात्विक धरोहरों एवं मंदिरों का संरक्षाण एवं नव निर्माण के संबंध में राज्य सरकार को सुझाव देना।
4. जैन समुदाय के प्राचीन साहित्य का संकलन, संरक्षण एवं शोध कार्य पर राज्य सरकार को सुझाव देना।
5. जैन समुदाय के अराध्य 24 तीर्थंकर पर रचे गये लोक साहित्य का प्रकाशन व प्रचार प्रसार करना।
6. जैन समुदाय के अराध्य भगवान महावीर के शांति एवं अंहिसा के सिद्धातों का प्रचार – प्रसारकरना।
7. जैन समुदाय के आचार्य संतो एवं साध्वियों और आपका कानूनी सरंक्षण प्रदान करने का सुझाव राज्य सरकार को देना।
स्तर का विभागीय अधिकारी (समाज कल्याण सेवा संवर्ग सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग) बोर्ड के सचिव के पद का कार्य करेंगे। उक्त बोर्ड के कार्य संचालन के लिए अलग से नवीन पदों का सृजन एवं स्वीकृत किये जायेंगे। सेवा शर्ते राजस्थान राज्य श्रमण संस्कृति बोर्ड की सेवा शर्तें इस बोर्ड के लिये निर्मित नियमों के अनुसार होगी। मार्गदर्शन की कार्य पद्धति सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, राजस्थान सरकार राजस्थान राज्य श्रमण संस्कृति बोर्ड के लिये प्रशासनिक विभाग होगा। कार्यक्षेत्र राजस्थान राज्य श्रमण संस्कृति बोर्ड का कार्य क्षेत्र सम्पूर्ण राजस्थान राज्य होगा तथा इस बोर्ड के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए राज्य सरकार को कार्य योजना एवं सुझाव प्रस्तावित करेगा। राजस्थान राज्य श्रमण संस्कृति बोर्ड के अध्यक्ष एवं सदस्यों की योग्यता वेतन भत्ते, कार्यकाल तथा अन्य सुविधाओं के सम्बन्ध में राज्य सरकार जो भी निर्धारित करेगी।
( डॉ. समित शर्मा )
शासन सचिव ✍🏻
जयपुर, राजस्थान