जैन राजनैतिक चेतना मंच का राष्ट्रीय अधिवेशन 15 अक्टूबर को आगरा में
इंदौर ! ( देवपुरी वंदना ) राजनीति दो शब्दों का एक समूह है राज+नीति (राज मतलब शासन और नीति मतलब उचित समय और उचित स्थान पर उचित कार्य करने की कला) अर्थात् नीति विशेष के द्वारा शासन करना या विशेष उद्देश्य को प्राप्त करना राजनीति कहलाती है। सन् 2007 से जैन राजनैतिक चेतना मंच का गठन हुआ था तब से ही यह मंच भारत के सभी प्रांतों में अपनी पैठ जमाए हुए हैं आज भी देश के सभी स्थानों पर क्षैत्रीय से राष्ट्रीय स्तर तक अपनी अहम भूमिका निभाता आ रहा है। जैन राजनैतिक चेतना मंच पंच से लेकर सांसद तक अपने जैन समाज के प्रतिनिधियों को टिकट दिलाने से लेकर जिताने तक का सफर बखूबी ढंग से निष्पक्ष निभाता आ रहा है जिसमें जैन समाज के हुनर बाज युवाओं में राजनैतिक चेतना उत्पन्न करना और राजनीति में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना जैन समाज व विभिन्न राजनैतिक दलों के बीच एक सामंजस्य बनाना जिससे हमारे जैन साधर्मी बंधु अधिक से अधिक विधानसभा लोकसभा स्थानीय निकायों के साथ पंचायत क्षेत्र में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकें जैन राजनैतिक चेतना मंच में राष्ट्रीय , प्रादेशिक और आवश्यकतानुसार जिला स्तरीय पदाधिकारी अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं! और इसे बखूबी से निभाते आ रहे हैं ।
विगत वर्ष दो दिवसीय 5 व 6 नवंबर 2022 को त्रिलोक तीर्थ धाम बड़ागांव मे हुए राष्ट्रीय अधिवेशन में मिली सफलता के बाद जैन राजनैतिक चेतना मंच बड़े उत्साह ,उमंग, जोश के साथ आगामी 15 अक्टूबर 2023 रविवार को उत्तर प्रदेश प्रांत की ताज नगरी आगरा के एम.डी. कॉलेज परिसर में चातुर्मास (वर्षायोग) मी विराजित जैन श्रमण संस्कृति के उन्नायक आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी के सुशिष्य मुनि पुंगव 108 श्री सुधा सागर जी गुरुवर के सानिध्य में जैन समाज, संस्कार संस्कृति को बचाने के लिए जैन समाज का वर्चस्व बनाए रखते हुए। राजनैतिक गलियारों मेंअब जैन समाज को अपने हक एवं अधिकार के साथ अपने साधर्मी बंधु को गांव की पंचायत से लेकर लोकसभा तक स्थापित करना होगा वरना देश की राजनीतिक व्यवस्था को देखते हुए हम हमारे धार्मिक मौलिक स्वतंत्रता से दूर होते जाएंगे हमारे आस्था श्रद्धा भक्ति के पौराणिक केंद्र तीर्थ क्षेत्र अब सरकार के द्वारा संरक्षण देने के उपरांत कब्जे धारियों की बपौती बनते जा रहे हैं इसका प्रत्यक्ष उदाहरण तीर्थ क्षेत्र गिरनार जी तो सभी को स्मरण है ही हमारी उदासीनता कब्जे धारियों की हौसला बढ़ाते हुए पवित्र तीर्थ राज शिखरजी , गोमटगिरी तक भी जा पहुंचा है।
इसी को ध्यान में रखते हुए जैन राजनैतिक मंच द्वारा समाज में राजनीति वर्चस्व के लिए आप सभी का सहयोग अत्यंत आवश्यकता है ।
विस्तृत जानकारी के
लिए संपर्क करें :-
सुमित जैन राष्ट्रीय सचिव
9899510701