क्या गुजरात न्यायालय जैन समाज के साथ न्याय करेंगे …?
गिरनार जी ! न्यायालय के समक्ष अब तक स्थगन आदेश के पालन में जो कठिनाइयाँ आई है, उनके पालन हो सके, इस संबंध में न्यायालय से प्रशासन को निर्देश दिलवाएँ कि पहाड़ पर स्थित जैन धर्म की टोंकों पर और अन्यत्र भी स्थगन आदेश की जानकारी से संबंधित सूचना प्रदर्शित की जाएँ।
इसी प्रकार से पहाड़ पर स्थित टोंकों के पास में सी सी टीवी केमरे लगाने की अनुमति न्यायालय से ली जा सकती है।
पुरातत्व विभाग ध्यान दे
मे गुजरात भूकंप मे सेवाएं देने के बाद गिरनार जी वंदना करने गया था तब पांचवी टोंक पर प्रभु नेमिनाथ जी की मोक्ष स्थली के चरणों के दर्शन 2001 मे किये थे
2004 के बाद सब कुछ कैसे बदल दिया मूर्ति स्थापित हो गई और पुराने को मिटाकर नई बना ली जैन ना पूजन कर सकते ना चावल चढ़ा सकते तीर्थ यात्रियों के साथ मारपीट दुर्व्यवहार कोई कार्यवाही नहीं .?
ये कौन सा क़ानून है हजारों साल पुराने जैन तीर्थ का एहतिहास समाप्त किया जा रहा है!
सभी जानते है तीर्थंकर प्रभु नेमिनाथ जो कि त्रिकाल चौबीसी मे भगवान श्री कृष्ण जी के चचेरे भाई थे फिर साध्वी राजुल की गुफा के साथ भी ये आन्याय
अपने ही भाइयो के साथ
फिर ऐसे व्यक्ति को लोक सभा का टिकिट दिया सांसद बनाया
वापिस वहा का पंडा बना दिया और 114 करोड़ रुपय दिए पहाड़ का नाम बदल कर
कोर्ट के एक एक बिंदु गिरनार जी व जैन तीर्थ के पक्ष में है
सब मिलकर अपने स्तर पर विरोध करें जीत सत्य की होंगी
आप सभी का साथ चाहिए
एक प्राचीन तीर्थ को बचाने मे सहयोग देना हजारों नये मंदिर बनाने से ज्यादा पुण्य का कार्य है
नवीन जैन संस्थापक ✍🏻
अहिंसा योग फाउंडेशन समिति
9837636708