जैन समाज जल्द ही राजनैतिक दलों के राष्ट्रीय पदाधिकारियों से मिलेंगे …
इंदौर ! (देवपुरी वंदना) अभी विगत दिवस ही देश के भारतीय जनता पार्टी राजनैतिक दल ने छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश प्रांत के अनुसूचित जनजाति के 21 व 39 विधानसभा क्षैत्र के विधायक उम्मीदवार प्रत्याशियों के नाम की सूची जारी कर दी है ।
इतिहास गवाह है कि किसी भी समाज की उन्नति के लिए वहां जन-मानस ही समाज नायक होता है । फिर वह चाहे शैक्षणिक ,व्यापारिक , राजनैतिक , शासकीय तंत्र या किसी भी क्षेत्र से हो । क्योंकि उनकी सोच ही उनके दायित्वो का निर्वहन करना सिखाती है ।
आज देखा जाए तो राजनैतिक और सामाजिक मुद्दों से ही राष्ट्र घिरा हुआ नजर आता है । क्योंकि समाज व धर्म से ही राजनैतिक गलियारों मैं हलचल होती आ रही है । लोकतांत्रिक राज्य में राजनैतिक गहमागहमी मैं अब हार – जीत का फैसला क्षैत्रीय (वोटर) जनमानस के विचारों पर आधारित होता हैं ।
पिछले कई दिनों से जैन समाज
पर गिरनार ,पालीताना,शिखरजी गोमटगिरी जैसे पवित्र आस्था भक्ति से पूर्ण तीर्थ पर अतिक्रमण कब्जे से तो जैन समाज दुःखी है साथ ही साथ चलते-फिरते तीर्थ हमारी संस्कार -संस्कृति की पहचान साधु- साध्वीयो पर हो रहे आक्रमण जी हमें चोट पहुंचा रहे हैं। हमारे समाज की नेतृत्व क्षमता को दरकिनार करते हुए राजनोतिक क्षेत्र में भी जैन समाज को अनदेखा किया जा रहा है ?
इसे नजर अंदाज में करते हुए जैन समाज के शीर्ष व्यक्तित्वविशेष द्वारा आगामी चुनावों में जैन समाज का अस्तित्व पुनः वजूद में लाने के लिए आचार्य श्री 108 भगवंत विद्यासागर जी, पदम सागरजी मुनि पुंगव श्री 108 सुधा सागर जी , आचार्य शिव मुनि जी, प्रमाण सागर जी, सहित सभी साधु संतों के आशीर्वाद व सानिध्य में पूर्ण रूप से कमर कर चुका है व अपने व्यक्तिगत गुणो को भुनाते हुए राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय पदाधिकारी जो
कि चुनाव टिकट वितरण में मुख्य भूमिका निभाऐगे । जिसमें दोनों दलों के जे.पी. नड्डा, अरुण सिंह, रमन सिंह, अमित शाह, नरोत्तम मिश्रा ,मलिकार्जुन खडगे, अजय मकान,मुकुल वासनिक आदि आदि से इसी माह मध्य – प्रदेश ,छत्तीसगढ़ ,राजस्थान, के जैन बाहुल्य विधानसभा क्षेत्रों के जैन उम्मीदवार प्रत्याशियों की सूची सौंपी जाएगी।
जिसमें छत्तीसगढ़ के कोडागांव, कांकेर ,राजनंदगांव ,बेमेतरा, दुर्ग,धमरतरी, कोरिया ,चंपा ,जांजगीर ,
बिलासपुर ,रायगढ़, जशपुर, सरगुजा, बलरामपुर ,महासमुंद, गरियाबंद, बलोदा बाजार, सरगुजा व राजस्थान के उदयपुर, टोंक, सिरोही ,सीकर ,सवाई – माधोपुर, प्रतापगढ़ ,राजसमंद ,नागौर, पाली, कोटा, करौली ,जोधपुर ,झालावाड़
,झुंझुनू जैसलमेर, जयपुर, दौसा, धौलपुर ,चूरू ,बूंदी, बीकानेर, भीलवाड़ा ,बारां ,अजमेर, अलवर ,बाड़मेर,
इसी प्रकार मध्य- प्रदेश के दमोह, सागर ,इंदौर, उज्जैन, दतिया ,रायसेन, नरसिंहपुर ,छिंदवाड़ा ,बेतूल ,
जबलपुर,बालाघाट ,सिवनी, कटनी ,मुरैना,भिंड ,ग्वालियर ,
पन्ना, सतना ,रीवा
टीकमगढ़ ,छतरपुर आदि से विधानसभा से दोनों दलों के जैन समाज के विधानसभा प्रत्याशीयो को प्राथमिकता से टिकट मिले अन्यथा जैन समाज चुनाव जिताने से लेकर आने तक मैं अपनी अहम भूमिका निभाता
आ रहा है जिससे कोई भी दल अपरिचित नहीं है । इसी जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्व और कर्तव्यों को समाज के प्रति निभाते हुए दबंगता दिखाई जिसके फल स्वरुप इसी अगस्त के माह में ही सभी राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय नेतृत्व ने जैन समाज के शीर्ष व्यक्तित्वो को समय देते हुए आमंत्रित किया है ।