इंदौर! ( देवपुरी वंदना ) हमारी संस्कार ,संस्कृति, श्रद्धा ,भक्ति एवं आस्था के पहचान तीर्थ क्षेत्रों की रक्षा – सुरक्षा के लिए तीर्थ क्षैत्र कमेटी का उन्नीसवीं शताब्दी समाप्त होने के पूर्व सन् 1899 ई.में मुंबई निवासी दानवीर, जैनकुलभूषण, तीर्थ भक्त सेठ माणिकचंद हिराचंदजवेरी के मन में सबसे पहले उदित हुआ ।
सेठ साहब मुंबई प्रांतीय दिगम्बर जैन सभा के सर्वेसर्वा थे। अपने संकल्प को साकार करने के लिए उन्होंने उसी सभा में तीर्थ रक्षा विभाग की स्थापना कि जिसे एक क्षेत्र तक सीमित नहीं रखा भारत देश के तीर्थ क्षैत्र मुख्यतः उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य – प्रदेश,छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडू, केरल , आंध्र – प्रदेश अन्य प्रांतों में भी सतत जारी है उसी क्रम में मध्य प्रदेश में स्थित हमारे तीर्थ क्षेत्रों की रक्षा – सुरक्षा के लिए ”मध्यांचल” द्वारा आगामी रविवार 27 अगस्त 2023 को जैन समाज के हृदय स्थल इंदौर शहर के मध्य स्थित जाल सभा ग ग्रह साउथ तुकोगंज परिसर में सकारात्मकता, सफलता, की नई दिशा, व नई सोच के साथ मध्यांचल के अध्यक्ष डी.के.जैन 9827096093 , महामंत्री डॉ. संजय जैन 9425076760 के कार्यकाल के चलते अनेकों कार्य योजनाओ को क्रियान्वित करते तो आ ही रहे हैं वस्तुत:आज समाज और धर्म की समय की मांग अनुरूप “विशेष अधिवेशन” आयोजित होने जा रहा है ।
जिसमें मुख्य रुप से अशोक जैन बड़जात्या,( राष्ट्रीय अध्यक्ष दिगम्बर जैन महासमिति ), शिखरचंद पहाड़िया मुंबई (राष्ट्रीय अध्यक्ष भा. दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी माननीय संतोष पेंढारी नागपुर ( राष्ट्रीय महामंत्री भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी, नीलम अजमेरा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, अनिल जी जमगे अध्यक्ष महाराष्ट्र ‘मध्यांचल ‘ भरत मोदी इन्दौर ,नरेन्द्र जी वेद अध्यक्ष-दिग. जैन समाज सामाजिक संसद इंदौर, विशेष अतिथि आर. के. जैन सा. ‘रानेका’ इन्दौर, धर्मेन्द्र जैन ‘सिनकेम’ इन्दौर, संदीप जैन ‘मोयरा सरिया , अनिल जैन ‘जैनको’ इन्दौर के साथ निकटतम अन्य प्रांतों के अध्यक्ष महामंत्री व मध्य – प्रदेश स्थित तीर्थ क्षेत्र के पदाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे व साथ ही साथ मध्यांचल के तीर्थ क्षेत्रों पर आवश्यकता अनुरूप सहयोग राशि भी प्रदान की जाएगी, साथ ही तीर्थ क्षेत्रों पर आ रही समस्याओं पर भी गहन चिंतन मनन के साथ निदान किया जाएगा !
जिससे मुख्य रूप से भविष्य में अपने तीर्थ क्षेत्रों पर अन्य समाज द्वारा कब्जा या अन्य स्रोतों से हानि ना हो और सर्वप्रथम सुरक्षा की दृष्टि से सभी तीर्थ क्षेत्रों की सीमा का परिसीमन (बाउंड्री वॉल), शासकीय कार्य क्षेत्र मे आवश्यक दस्तावेज ,पावरफुल दृष्टिगोचर कैमरे , गर्म पानी व पर्याप्त विद्युत प्रदाय हेतु सोलर पावर पैनल और अपने तीर्थ क्षेत्र पर अनावश्यक अन्य समाज के व्यक्तियों के भ्रमण पर रोक व अन्य आवश्यक विषयों पर चर्चा होगी ।
भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी मध्यांचल के कार्यकारिणी के प्रेमचंद जैन-कटनी, शिखर चंद्र जैन छतरपुर,विजय जैन ,विपिन जैन,दिलीप पाटनी भोपाल, सुरेश राम सेठ जबलपुर, जैन इंजीनियर उज्जैन, राजेन्द्र जैन सुधीर जैन, रवि जैन-इन्दौर, रवीश जैन भिलाई,रवि जैन- बिलाई संजय जैन, रामपुर, राकेश जैन भोपाल, संतोष केवल पुर मनोज जैन भोपाल ,विनोद जैन, दीपक पाटनी इन्दौर, डॉ. प्रकाश जैन-इन्दौर, प्रदीप शास्त्री इंदौर, इन्दिरा जैन-इन्दौर अशोक इन्दौर आतिश जैन इन्दौर , प्रवीण पाटनी इन्दौर, सचिन कासलीवाल, निलेश सेठी इंदौर ,चक्रेश जैन आदि साथियों ने मध्य प्रदेश के तीर्थ क्षेत्रों के सभी पदाधिकारी से विशेष अधिवेशन में अपनी सहभागिता निभाते हुए तीर्थ क्षेत्रों को लाभकारी जानकारी दिलाने का आह्वान किया !