त्यौहारों पर बच्चों को छुट्टी नही शिक्षकों का भी प्रशिक्षण आयोजित
थांदला/झाबुआ ! देशभक्ति व हिंदुत्व की बैसाखी पर सत्ता हासिल करने वाली भाजपा देश में अपने आपको प्रखर हिंदुत्व का पक्षधर बताते हुए हिन्दुओं के पक्ष में खड़ी नजर आती है लेकिन वह तब जब कांग्रेस कोई गलती करें या फिर कांग्रेस शासित प्रदेशों में हिंदु विरोधी कोई राजनीतिक मुद्दा हाथ लग जाये। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में तो भाजपा ने सारे मिथक तोड़ते हुए अपनी जन सभाओं में भारतमाता की जय से पहले बजरंगबली की जय के नारों से शुरुआत की थी। लेकिन मध्यप्रदेश में फिलहाल इसका थोड़ा उलट असर नजर आ रहा है। यहाँ भाजपा की सरकार है लेकिन फिर भी सीएम राइज के शिक्षकों का 5 दिवसीय प्रशिक्षण दिनांक – 28 अगस्त से 1 सितंबर तक याने रक्षाबंधन व कजरी तीज जैसे हिंदुओं के भाई बहन के पवित्र रिश्तों को मजबूत बनाते प्रेमयुक्त पावन पर्व पर भोपाल में आयोजित किया गया है। ऐसे में सीएमराइज के शिक्षकों में रोष व्याप्त है वही उन पर आश्रित बच्चों का मन भी रक्षाबंधन पर अपने माता-पिता के प्रशिक्षण पर चले जाने से उदास हो गया है। एक तरफ हिंदुओं की पक्षधर भाजपा हर समय कांग्रेस पर विरोधी होने कोई अवसर नही चूकती वही वह स्वयं भी हिंदुओं पर अत्याचार के बहाने तलाशती रहती है तभी इस बार रक्षाबंधन पर कई सीएम राइज के अनेक शिक्षक व शिक्षिकाओं का प्रशिक्षण भोपाल में आयोजित करना उनकी हिन्दू विरोधी मानसिक को दर्शाता है। निश्चित रूप से ऐसे प्रशिक्षण जानबुझ कर हिन्दू तीज त्यौहारों पर रखे जाते है जबकि इस प्रशिक्षण का वर्तमान समय में कोई महत्व नही है क्योंकि ऐसे प्रशिक्षण पूर्व में आयोजित होते रहे है वही अगले माह बच्चों की त्रैमासिक परीक्षा भी होना है ऐसे में शिक्षकों का ट्रेनिंग पर होने से ज्यादा बच्चों को पढ़ाना महत्वपूर्ण है।
केंद्रीय विद्यालयों में भी रक्षाबन्धन पर लगेगी कक्षाएं
प्राप्त जानकारी के अनुसार नवोदय आदि केंद्रीय विद्यालयों में भी भाई-बहन के पवित्र रिश्तों की बुनियाद कहे जाने वाले हिन्दूओं के प्रमुख त्यौहार रक्षाबंधन पर छुट्टी नही होने से बहन अपने भाई को राखी नही बांध पाएगी। हिंदुस्तान में जब देश के प्रमुख त्यौहारों पर छुट्टियां घोषित नही हो तो इससे बड़ी विडंबना क्या हो सकती है..?
रक्षाबंधन ऐसा पवित्र रिश्ता है जो मुगलकालीन समय से चला आ रहा है जब मुस्लिम शासक भी रक्षासूत्र की अहमियत को समझते थे व नारी के सम्मान में उनकी रक्षा के लिए खड़े रहते थे लेकिन वर्तमान समय में भाजपा केंद्र व अन्य अनेक राज्यों में सत्ताधीश है व लाडली बहना योजना भी चला रही है लेकिन बहनों के हक व अधिकार के साथ उनकी रक्षा के लिए उठने वालें हाथ की कलाई सुनी रखने की पूरी तैयारी कर के त्यौहारों को गौण की खिलाफत कर रही है।
इससे तो अच्छा होगा भजापा त्वरित निर्णय लेकर रक्षाबंधन पर 3 दिवसीय सामूहिक अवकाश घोषित करें व केंद्र सरकार से भी आवासीय विद्यालयों में अवकाश घोषित करने का आग्रह कर पवित्र त्यौहारों का संरक्षण करें।