दीपावली पर गौतम स्वामी एवं सरस्वती पूजन मुहूर्त एवं पूजन विधि
1008 भगवान श्री महावीर स्वामी जी का निर्वाण महोत्सव 13 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा !
दीपावली अर्थात कार्तिक कृष्ण अमावस्या तिथि का चौदस के दिन दोपहर बाद प्रारम्भ होना और अमावश्या वाले दिन दोपहर तक समाप्त होने से शाम को पांच बजे से प्रदोष काल तक अमावस्या न रहने से जन मानस में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। क्योंकि गौतम स्वामी,सरस्वती का पूजन दिन में और जो दीपावली का पूजन व्यापार आदि लक्ष्मी मानकर करते है वो शाम को दिन रहते और प्रदोष काल में कर लिया जाता है। दीपावली पूजन मुहूर्त अमावश्या तिथि प्रारम्भ 12 नवम्बर रविवार दोपहर 14:44 बजे से प्रारम्भ होगी जो 13 नवम्बर सोमवार दोपहर 14:56 बजे तक अमावश्या तिथि समाप्त हो जाएगी। इस बीच में ही दोनों दिन अपने अपने मत अनुसार पूजन होंगे। पूजन मुहूर्त – 12 नवम्बर रविवार फैक्ट्री, व्यापार, दुकान, प्रतिष्ठान आदि स्थलों के लिए और जो दीपावली महालक्ष्मी मानकर पूजन करते हैं उनके लिए मुहूर्त-कलम, दवात, सामग्री यंत्र रचना करने के लिए 12 नवम्बर रविवार लाभ एवं अमृत की चौघड़िया प्रातः 09:24 बजे से 10:44 बजे तक लाभ, 10:44 बजे से 12:05 बजे तक अमृत के साथ अभिजीत मुहूर्त 13:26 बजे से 14:46 बजे तक, शुभ की चैघड़िया शाम को 05:28 बजे से दिन रहते और प्रदोष काल तक शुभ, अमृत की चैघड़िया में पूजन करे और जो शुद्ध जैन आम्नाय से पूजन करना चाहते है वो 13 नवम्बर सोमवार को महावीर निर्वाण लाडू के बाद से अमावस्या तिथि रहते तक दोपहर 14:56 बजे तक अपने अपने फैक्ट्री, व्यापार, दुकान, निवास आदि स्थलों पर पूजन कर सकते है। 13 नवम्बर सोमवार को महावीर निर्वाण लाडू मुहूर्त प्रातः अमृत की चैघड़िया और स्थिर वृश्चिक लग्न में प्रातः 06:43 बजे से 09:30 बजे तक ततपश्चात ही गौतम स्वामी , सरस्वती पूजन करें।