विश्व जैन संगठन कनाडा ने टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूत सिद्धार्थ नाथ को जैन तीर्थो की सुरक्षा के लिए पत्र दिया
इंदौर! ( देवपुरी वंदना ) जैन समाज की आस्था, संस्कार, संस्कृति, पर हो रहे कब्जे से कौन परिचित नहीं है दुनिया भर में जैन समुदाय जैन तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और गुजरात के जूनागढ़ में गिरनार जैसे जैन तीर्थ स्थानों पर अवैध अतिक्रमण को लेकर अपनी चिंता व्यक्त कर रहा है। विश्व जैन संगठन दिल्ली के रामलीला मैदान से राष्ट्रव्यापी विरोध के रूप में तीर्थ बचाओ धर्म बचाओ आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है। विश्व जैन संगठन कनाडा ने आंदोलन का समर्थन करने के लिए 16 दिसंबर को ब्रैम्पटन सिटी हॉल और 17 दिसंबर को श्री जैन मंदिर टोरंटो में रैलियां आयोजित कीं। विश्व जैन संगठन कनाडा ने टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूत श्री सिद्धार्थ नाथ को एक अनुरोध पत्र सौंपकर गिरनार पहाड़ी पर जैन तीर्थयात्रियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए गुजरात उच्च न्यायालय के आदेशों को लागू करने की मांग की। सीजीआई भारत में गृह मंत्रालय को अनुरोध अग्रेषित करने पर सहमत हुआ।
पत्र में अनुरोध के अनुसार जूनागढ़, गुजरात में श्री गिरनार जी, अल्पसंख्यक जैन समुदाय के सबसे पवित्र तीर्थ स्थानों में से एक है। 22वें तीर्थंकर नेमिनाथ स्वामी ने पहाड़ी की 5वीं चोटी पर मोक्ष (निर्वाण या मोक्ष) प्राप्त किया। जैन ग्रंथों के अनुसार इसे उर्जयंत शिखर भी कहा जाता है।
2004 के बाद से, इस स्थल पर तेजी से अवैध निर्माण और अतिक्रमण हुआ है। जैन तीर्थयात्री इस स्थान पर जाने और जैन रीति-रिवाजों के अनुसार प्रार्थना करने से डरते हैं। इस स्थल पर जैन तीर्थ यात्रियों पर लगातार हमले हो रहे हैं। 17 फरवरी 2005 को, गुजरात उच्च न्यायालय ने गुजरात प्रशासन को जैन तीर्थयात्रियों को सुरक्षा प्रदान करने का आदेश दिया ताकि वे जैन रीति-रिवाजों के अनुसार अपनी पूजा कर सकें। कई अनुवर्ती कार्रवाई के बावजूद ये आदेश अभी तक लागू नहीं किए गए हैं। हम भारत सरकार से इन आदेशों को तत्काल प्रभाव से लागू करने का अनुरोध करते हैं। इसके अतिरिक्त जैन तीर्थ स्थलों जैसे ओडिशा में उदयगिरि और खंडगिरि गुफाएं, बिहार में मंदारगिरि पहाड़ी और महाराष्ट्र में अंजनेरी गुफाओं पर अवैध अतिक्रमण है, जिसे तत्काल प्रभाव से रोका जाना चाहिए और हटाया जाना चाहिए।
पत्र पर हिंदू कैनेडियन फाउंडेशन सहित 5 अन्य संगठनों द्वारा सह-हस्ताक्षर किए गए हैं। अनुरोध पत्र यहां उपलब्ध है- https://bit.ly/JainLetterCGIToronto
आकाश जैन ✍🏻