कोपरगांव महाराष्ट्र में 1- 2 अप्रैल 24 को आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी के पावन सानिध्य में जैन राष्ट्रीय विद्वत्सम्मेलन ..


महाराष्ट्र ! ( देवपुरी वंदना) जिनधर्म प्रभावना, जैनागम संरक्षण एवं श्रमण संस्कृति संवर्द्धन हेतु जैन धर्मावलंबियों में एकता, सामंजस्य आदि के लिए प.पू. चर्या शिरोमणि आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज (ससंघ सानिध्य में एवं अखिल भारत वर्षीय दिगम्बर जैन शास्त्री परिषद् के तत्त्वावधान, डॉ. श्रेयांस कुमार जैन बडौत की अध्यक्षता एवं सम्पूर्ण देश के बरिष्ठ विद्वानों, समाजसेवी , श्रेष्ठी जनो और जैन पत्र – पत्रिकाओं के संपादक व पत्रकार महानुभावों की उपस्थिति में सोमवार दि. 01 एवं मंगलवार दि.02 अप्रैल 2024 को बृहत् विद्वत्सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इसमें अनेक विषयों पर परिचर्चा होगी और आवश्यकतानुसार धर्म और समाज हित में सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित किये जायेंगे। इस विद्वत्सम्मेलन में आप सभी उपस्थित रहकर धर्मलाभ लेवें।मंगलमय कार्यकम
दिनांक 1 अप्रैल 2024 सोमवार प्रातः 7:00 बजे आगन्तुक विद्वानों का पंजीयन प्रातः 07:30 बजे उद्घाटन सत्र-
मंगलाचरण, चित्र अनावरण, दीप प्रज्जवलन, आचार्य श्री के पाद प्रक्षालन, शास्त्र भेंट, प्रातः 8:00 बजे विषय प्रवेश सर्व दिगम्बर जैन संधीय समन्वय, सामाजिक एकता के उपाय विषय पर 2 विद्वानों का वक्तव्य, परिचर्चा प्रातः 9:00 बजे विषय प्रवेश धर्म एवं शाख संवर्धन तीर्थ संरक्षण में श्रमण और श्रावक के कर्तव्य विषय पर 2 विद्वानों का बक्तव्य, परिचर्चा
प्रातः 10:00 बजे आचार्य श्री के मंगल प्रवचन
द्वितीयसत्र दोपहर 1:30बजे मंगलाचरण विषय प्रवेश जैन समाज में आगम
सम्मत जातीय व्यवस्था कुल शुद्धि विषय पर 2 विद्वानों का वक्तव्य, परिचर्चा दोपहर 3:00 बजे विषय जैन जनसंख्या वृद्धि के लिए सुझाव और उपाय विषय पर 2 विद्वानों का वक्तव्य, परिचर्चा अपराह्न 4:00 बजे आचार्य श्री का मंगल प्रवचन ।
तृतीय सत्र- रात्री 7:00 बजे
मंगलाचरण, परिचर्चा का खुला सत्र, विचार, सुझाव एवं प्रस्ताव आमंत्रित किये जायेंगे।
दिनांक 2 अप्रैल 2024 मंगलवार प्रातः 7: 30 बजे चतुर्थ सत्र- विषय जैन समाज धर्म संस्था में मुनि संघ की भूमिका विषय पर 2 विद्वानों का बक्तव्य, परिचर्चा
प्रातः 9.: 00 बजे
विषय प्रवेश जैन साधु संतों के आहार विहा रादि में सुरक्षा और समाज की जिम्मेदारी विषय पर 2 विद्वानों का वक्तव्य, परिचर्चा प्रातः 10 :: 00 बजे आचार्य श्री के मंगल प्रवचन ।
चतुर्थ सत्र दोपहर 1:30 बजे
मंगलाचरण, विषय प्रवेश वर्तमान में होने वाले धर्म परिवर्तन पर विचार विमर्श विषय पर 2 विद्वानों का बक्तव्य, परिचर्चा
दोषहर 3:00 बजे
विषय प्रवेश अन्तर्जातीय विवाह के सम्बन्ध में विमर्श विषय पर 2 विद्वानों का वक्तव्य, परिचर्चा अपराह्न 4 :: 00 बजे आचार्य श्री जी का मंगल प्रवचन, आभार एवं सम्मान समारोह और अचार्य संघ का आशीर्वाद ।
विस्तृत जानकारी के लिये संपर्क करें :- ‌‌
पंडित विनोद जी शास्त्री
मो. 9575634411
डॉ. श्रीमती मंजुषा रमनलाल सेठी, पुणे
मो. 9518357008
आखिल भारत वर्षीय दिगंबर जैन शास्त्री परिषद एवं श्री सकल दिगंबर जैन साधर्मी सहयोग प्रतिष्ठान कोपरगांव
मो. 9822152206
सुधीर सोहनलाल बज कोपरगाव
अनंत सुधीर बज कोपरगांव मो. 9527200072

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