परम, पूज्य प्राकृताचार्य श्री 108 सुनील सागर जी महाराज के आशीर्वाद से “प्राकृत भाषा विकास फाउंडेशन की हुई स्थापना”
दाहोद ! (देवपुरी वंदना) गुजरात की पावन धरा दाहोद में आयोजित पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के अंतिम मोक्ष कल्याणक के दिन श्री 1008 दिगंबर जैन 20 पंथी ट्रस्ट दाहोद गुजरात एवं जैन विद्या एवं प्राकृत विभाग मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर (राज.)के संयुक्त तत्वाधान में अंतर्राष्ट्रीय प्राकृत विद्वत सम्मेलन का आयोजन परम पूज्य प्राकृताचार्य श्री 108 सुनील सागर जी महाराज ससंघ के पावन सानिध्य में आयोजित हुआ जिसके अंतर्गत प्राकृत भाषा विकास फाउंडेशन की रूपरेखा तैयार हुई ,परम पूज्य आचार्य श्री108 सुनील सागर जी महाराज के आशीर्वाद एवं उपस्थित में विद्वत समूह की सर्वसम्मति से आदरणीय डॉक्टर ऋषभचंद जैन फौजदार (एकलव्य विश्वविद्यालय, दमोह) को अध्यक्ष के पद पर सुशोभित किया गया ।
इसी अवसर पर विद्याभूषण लोक मंगल न्यास, नई दिल्ली द्वारा सिद्धांत चक्रवर्ती आचार्य श्री 108 विद्यानंद जी मुनिराज की स्मृति में “प्राकृतवाङ्गमयचिंतामणि” की उपाधि से प्रोफेसर ऋषभचंद फौजदार को विभूषित किया गया जिसके अंतर्गत शाल, श्रीफल,माला व एक लाख रुपये की नगद राशि प्रदान की गई।
इसी अवसर पर प्राकृत भाषा विकास फाउंडेशन के विधान पत्र का भी विमोचन किया गया एवं प्रकृताचार्य श्री 108 सुनील सागर जी महाराज की जीवन पर मुनिश्री 108 सुश्रुत सागर जी महाराज द्वारा गुरु गुणानुवाद स्वरूप लिखित कृति का विमोचन हुआ।
इसी के साथ पूज्य आचार्य श्री द्वारा लिखित वयणसारो नामक एक लघुकाय ग्रंथ की गाथाओं पर प्रतिष्ठाचार्य पंडित श्री पवन जी दीवान द्वारा रचित पद्यानुवाद कृति का विमोचन हुआ।
इस प्रकार प्रथम सत्र के प्रवचनांशो में आचार्य श्री ने प्राकृत भाषा विकास फाउंडेशन को भरपूर आशीर्वाद दिया । तत्पश्चात 5 वर्ष के पश्चात आयोजित युग प्रतिक्रमण का बड़ी भव्यता के साथ पूज्य आचार्यश्री के मुखारविंद से किया गया। जिसमें चतुर्विध संघ की 108 पिच्छी ,शताधिक विद्वतवर्ग ,शताधिक श्रेष्ठीवर्ग तथा हजारों की संख्या में श्रावक-श्राविकाओं की भी उपस्थिति रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. धर्मचंद जी कुरुक्षेत्र तथा सारस्वत अतिथि डॉ. नरेन्द्र जी गाजियाबाद व प्रो. ऋषभचंद जी फौजदार द्वारा की गई।कार्यक्रम का संचालन डॉ. शैलेश बांसवाड़ा व डॉ. राजेश ललितपुर द्वारा किया गया।
✍🏻 डॉ.आशीष जैन आचार्य, शाहगढ़
(राष्ट्रपति सम्मानित