हाथ की अंगुलियों में छिपे हैं कई रहस्य, पहचाना जा सकता है इंसान का व्यक्तित्व
हस्तरेखा शास्त्र में हाथ की रेखाओं के अलावा हाथ की अंगुलियों का भी बेहद महत्व है. जिनका आकार, गठन और उन पर मौजूद चिह्न व्यक्ति के भूत व वर्तमान के साथ उसके भविष्य व चरित्र का भी परिचय देते हैं. आज हम आपको अंगुलियों में छिपे उन्हीं रहस्यों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके आधार पर आप भी किसी व्यक्ति की अंगुलियों से ही उसके जीवन का आकलन कर सकेंगे.
अंगुलियों के नाम व पर्वत
अंगुलियों में छिपे राज जानने से पहले उनके नाम व उनसे संबंधित हस्त रेखा के पर्वतों के बारे में जानना बहुत जरुरी है. आपको बता दें कि हाथ के अंगूठे के पास की पहली अंगुली तर्जनी, दूसरी मध्यमा, तीसरी अनामिका व चौथी कनिष्ठा कहलाती है. जिनमें तर्जनी बृहस्पति, मध्यमा शनि, अनामिका सूर्य तथा कनिष्ठा बुध पर्वत पर स्थित होती है.
पतली व लंबी अंगुली श्रेष्ठ
हस्त रेखा शास्त्री प्रकाश दीक्षित के अनुसार हाथों में पतली व लंबी अंगुली को हस्त रेखा विज्ञान में श्रेष्ठ माना जाता है. ऐसे व्यक्ति रचनाकार, साहित्य प्रेमी, धार्मिक, चतुर तथा नीतिज्ञ होते हैं. अपेक्षाकृत सामान्य अंगुलियों वाला व्यक्ति समझदार तथा लंबी तर्जनी वाला व्यक्ति बुद्धिमान, ज्ञानी व निडर माना जाता है.