भिक्षुक पुनर्वास केंद्र पर हुआ जैन मुनि आदित्य सागर जी का आशीर्वचन इंदौर नगर निगम और संस्था प्रवेश की तारीफ की
इंदौर ! विख्यात जैन समाज, धर्म, संस्कार , के रक्षार्थ श्रमण परंपरा के चलते फिरते तीर्थ मुनि श्री 108 आदित्य सागर जी ने परदेसीपुरा स्थित भिक्षुक पुनर्वास केंद्र में निवासरत जनमानस को संबोधित किया और इंदौर नगर निगम और केंद्र संचालित करने वाली संस्था प्रवेश की जमकर तारीफ की।
इसके पूर्व आयोजन में दीप प्रज्वलन श्री दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद के अध्यक्ष राजकुमार पाटोदी, पूर्व पार्षद दीपक जैन (टीनू भैया), हंसमुख गांधी , कांतिलाल बम, ने किया।
मुनि श्री ने कहा कि यह ऐसा कार्य है । जिसे करना सबके बस की बात नहीं है। करोड़ों की बोलियाँ तो हर कोई ले सकता है परंतु ऐसा कर्म और धर्म का निर्वाह करना बहुत कठिन है जो यहाँ किया जा रहा है मुनि श्री ने आदित्य सागर जी ने केंद्र में निवासरत जनमानस एवं क्षेत्रीय रहवासियों को कहा कि आप सब प्रेम से आपकी सेवा करने वालों के साथ रहिए क्योंकि यह अपना घर छोड़कर आप ही के लिए यहां पर रहते हैं। मुनि श्री 108 आदित्य सागर जी के साथ मुनि श्री 108 सहज सागर जी एवं मुनि श्री 108 अप्रमित सागर जी भी पधारे थे।
भिक्षुक पुनर्वास केंद्र पर मुनि श्री के आशीर्वचन सुनने सकल जैन समाज के लोग मौजूद थे। भिक्षुक पुनर्वास केंद्र का संचालन करने वाली संस्था प्रवेश की प्रमुख रूपाली जैन ने बताया कि यह सौभाग्य है कि मुनि श्री का आगमन भिक्षुक पुनर्वास केंद्र पर हुआ है। भिक्षुक पुनर्वास केंद्र के रहवासी मुनि श्री को अपने बीच पाकर बेहद प्रसन्न हैं और उनके आशीर्वचनों से उन्हें जीवन जीने की एक नई प्रेरणा एवं ऊर्जा मिली है। मुनि श्री ने पुनर्वास केंद्र के शिवकुटी एवं अहिल्या धाम का भी निरीक्षण किया साथ ही भोजनशाला भी देखी और संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों की जी खोलकर प्रशंसा की। रूपाली जैन को इस अद्भुत सेवा कार्य के लिये आशीर्वाद प्रदान किया ।
ऐतिहासिक आयोजन में संस्था प्रवेश की टीम, सोनाली बागड़िया, मुक्ता जैन, सुरभी दोशी, कैलाश वैद, डॉक्टर जैनेंद्र जैन इत्यादि सहित क्षेत्रिय सामाजिक बंधु व रहवासी दिगम्बर जैन समाज के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे ।