श्री शिखरजी संरक्षण हेतु 04 दिसंबर को होने वाले विशाल धर्म सभा व रैली के लिए आचार्य श्री को श्रीफल भेंट

दिल्ली ! ( देवपुरी वंदना ) हमारी पौराणिक आस्था व श्रद्धा का केंद्र झारखंड राज्य के गिरिडीह जिले छोटा नागपुर पठार पर स्थित एक पहाड़ी है । सभी को विदित है कि जो विश्व का सबसे महत्वपूर्ण जैन तीर्थ स्थल है श्री सम्मेद शिखरजी के रूप में चर्चित इस पुण्य क्षेत्र में जैन धर्म के 24 में से 20 तीर्थंकरों ने मोक्ष प्राप्ति की यही से 23वें तीर्थंकर श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान ने भी निर्वाण प्राप्त किया
फिर भी राजनैतिक गलियारों से अनुचित कार्य में लिप्त सरकार द्वारा अवैधानिक कार्य का हिस्सा बनते हुए हमारी आस्था व संस्कृति के साथ खिलवाड़ करते हुए श्री सम्मेद शिखरजी पर अनुचित कार्य के रूप में पर्यटन क्षेत्र घोषित कर रहा है जो हमें हमारी पौराणिक संस्कार – संस्कृति से दूर ले जा रहा है। इसी के विरोध स्वरूप भारत की भूमि पर विराजित सभी श्रमण संस्कृति यह सानिध्य व आशीर्वाद के समाज की सभी संस्थाओं के साथ श्रावक श्रेष्ठी जनों के साथ नई दिल्ली स्थित रामलीला मैदान परिसर में रविवार 4 दिसंबर 2022 को प्रातः 10:00 बजे आप सभी आमंत्रित हैं ।”तीर्थ बचाओ – धर्म बचाओ” यही हमारा नारा! कण-कण पर श्री सम्मेद शिखर के, है अधिकार हमारा !! शास्वत तीर्थ श्री सम्मेद शिखर जी को बिना जैन समाज की सहमति के किसी साजिश के तहत वन्य जीव अभ्यारण्य का एक भाग घोषित कर पर्यावरण पर्यटन व गैर धार्मिक गतिविधियों की अनुमति देकर तीर्थराज की स्वतन्त्र पहचान व पवित्रता नष्ट करने वाली झारखण्ड सरकार की अनुसंशा पर केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना दिनांक 2 अगस्त 2019 को रद्द कराने, पर्वतराज से पेड़ो की अवैध कटाई व पत्थरों के अवैध खनन को रोकने और हमारे आराध्य पारसनाथ पर्वतराज व मधुबन क्षेत्र को माँस-मदिरा बिक्री मुक्त पवित्र “जैन तीर्थ स्थल घोषित कराने हेतु पूज्य जैन सन्तों के पावन सानिध्य में
श्री सम्मेद शिखर जी बचाओ विशाल धर्मसभा व रैली
पर्वतराज के वन्दना मार्ग को अतिक्रमण व अभक्ष्य सामग्री बिक्री मुक्त कर यात्री पंजीकरण, यात्री सामान जाँच हेतु स्कैनर सहित चैक पोस्ट, सोलर लाईट और शुद्ध पेय जल आदि सुविधा की केंद्र सरकार व झारखण्ड सरकार से मांग हेतु जैन धर्म व अपने शास्वत सिद्ध क्षेत्र की रक्षा हेतु आप सभी सहयोग करें।
शुक्रवार, 4 नवंबर 2022 को ‘श्री सम्मेद शिखर जी’ के संरक्षण, पवित्रता व स्वतंत्र पहचान के लिए जारी कार्यवाही से अवगत कराने और रविवार, 4 दिसंबर 2022 को दिल्ली के प्रसिद्ध ऐतिहासिक रामलीला मैदान में जैन एकजुटता के साथ संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान समस्त जैन तीर्थरक्षकों व संस्थाओ द्वारा आयोजित ‘विशाल धर्मसभा व रैली’ के लिए आशीर्वाद, मार्गदर्शन और पावन सानिध्य हेतु परम पूज्य आचार्य श्री 108 ज्ञान भूषण जी मुनिराज (ससंघ) को मनोज्ञ धाम, श्री 1008 मुनि सुव्रतनाथ जैन मंदिर, मोहिउद्दीनपुर (मेरठ, उ.प्र) में निवेदन व श्रीफल अपर्ण किया गया।
पूज्य आचार्य श्री ने अगामी कार्यवाही हेतु मंगल आशीर्वाद और मार्गदर्शन दिया।
विस्तृत जानकारी के लिए
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विश्व जैन संगठन
संजय जैन 9312278313
यश जैन 9810337677
सुदीप जैन 9837368102
नीरज जैन 8860072692
रुचि जैन 8587890645
दीपक जैन 9810364003
प्रदीप जैन 8851963768

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