बड़े उत्साह ,उमंग व उल्लास के साथ ‘जैन राजनीतिक चेतना मंच’ के राष्ट्रीय अधिवेशन का आगाज
बड़ागांव ! ( देवपुरी वंदना ) राजनीति दो शब्दों का एक समूह है राज+नीति (राज मतलब शासन और नीति मतलब उचित समय और उचित स्थान पर उचित कार्य करने की कला) अर्थात् नीति विशेष के द्वारा शासन करना या विशेष उद्देश्य को प्राप्त करना राजनीति कहलाती है। दूसरे शब्दों में कहें तो जनता के सामाजिक एवं आर्थिक स्तर (सार्वजनिक जीवन स्तर)को ऊँचा करना राजनीति है । नागरिक स्तर पर या व्यक्तिगत स्तर पर कोई विशेष प्रकार का सिद्धान्त एवं व्यवहार राजनीति (पॉलिटिक्स) कहलाती है।
जैन राजनैतिक चेतना मंच का गठन हुआ था तब से ही यह मंच भारत के सभी प्रांतों में अपनी पैठ जमाए हुए हैं आज भी देश के सभी स्थानों पर क्षैत्रीय से राष्ट्रीय स्तर तक अपनी अहम भूमिका निभाता आ रहा है।
मंच पंच से लेकर सांसद तक अपने जैन समाज के प्रतिनिधियों को टिकट से लेकर जिताने तक का सफर बखूबी ढंग से निष्पक्ष निभाता आ ही रहा है जिसमें जैन समाज में राजनैतिक चेतना उत्पन्न करना और राजनीति में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना जैन समाज व विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच एक सामंजस्य बनाना जिससे हमारे साधर्मी बंधु अधिक से अधिक विधानसभा लोकसभा स्थानीय निकायों के साथ पंचायत क्षेत्र में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकें जैन राजनैतिक चेतना मंच में राष्ट्रीय , प्रादेशिक और आवश्यकतानुसार जिला स्तरीय पदाधिकारी अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं! और इसे बखूबी से निभाने के लिए दो दिवसीय 5 वह 6 नवंबर को
जैन राजनैतिक चेतना मंच की राष्ट्रीय कार्यकारिणी मीटिंग त्रिलोक तीर्थ धाम बड़ागांव बागपत उत्तर प्रदेश में बड़े उत्साह , उमंग व ऊर्जा के साथ प्रारंभ हुआ । रविवार 6 नवंबर 2022 को भी समाज हित हेतु विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी और साथ ही साथ अभी जैन समाज के जो भी व्यक्तित्व राजनीति में सहभागिता कर रहे हैं उनका सम्मान किया जाएगा अधिवेशन के प्रारंभ दिवस में अध्यक्षता श्री गजराज जैन गंगवाल जी ने की मुख्य अतिथि श्री गुलाब चंद जी कटारिया नेता विपक्ष राजस्थान श्री प्रदीप जैन आदित्य पूर्व मंत्री भारत सरकार श्री चंद्रराज जैन सिंघवी पूर्व कैबिनेट मंत्री राजस्थान आदि ने अपने विचार रखे ।
अधिवेशन में सर्वप्रथम दीप प्रज्वलन व मंगलाचरण के रूप में नवकार मंत्र के साथ किया मंच संचालन श्री ललित जैन मंच महामंत्री ने किया आभार श्री प्रकाश चंद जैन बड़जात्या महामंत्री महासभा ने माना ।
सुमित जैन सचिव