जैन एकता मंच महिला प्रकोष्ठ द्वारा 16 मार्च से 3 अप्रैल तक बालक आदिकुमार और बालक वर्धमान पालना महामहोत्सव

बाकानेर ! सभी को विदित है कि श्री 1008 भगवान ऋषभदेव जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर हैं। तीर्थंकर का अर्थ होता है जो तीर्थ की रचना करें। जो संसार सागर से मोक्ष तक के तीर्थ की रचना करें, वह तीर्थंकर कहलाते हैं। ऋषभदेव जी को आदिनाथ भी कहा जाता है। भगवान ऋषभदेव वर्तमान अवसर्पिणी काल के प्रथम तीर्थंकर हैं।भगवान आदिनाथ का हमारे लिए मुख्य संदेश है कि ऋषि बनो या कृषि करो। आज पूरा विश्व उन्हीं के बताए मार्ग पर चलकर अपना जीवन-यापन कर रहा है। जिस-जिस देश में लोगों ने अहिंसा को छोड़कर हिंसा की, आज वहां महामारी व प्राकृतिक आपदा जैसे संकट आ रहे हैं। कोरोना वायरस भी इसी हिंसा का नतीजा है।
‌श्री 1008 भगवान महावीर चौंबीसवें तीर्थंकर है भगवान महावीर का जन्म करीब ढाई हजार वर्ष पहले ( ईसा से 540 वर्ष पूर्व), वैशाली गणराज्य के कुण्डग्राम में अयोध्या इक्ष्वाकुवंशी क्षत्रिय परिवार हुआ था। तीस वर्ष की आयु में महावीर ने संसार से विरक्त होकर राज वैभव त्याग दिया और संन्यास धारण कर आत्मकल्याण के पथ पर निकल गये। 12 वर्षो की कठिन तपस्या के बाद उन्हें केवलज्ञान प्राप्त हुआ जिसके पश्चात् उन्होंने समवशरण में ज्ञान प्रसारित किया। 72 वर्ष की आयु में उन्हें पावापुरी से मोक्ष की प्राप्ति हुई। इस दौरान महावीर स्वामी के कई अनुयायी बने जिसमें उस समय के प्रमुख राजा बिम्बिसार, कुणिक और चेटक भी शामिल थे। जैन समाज द्वारा महावीर स्वामी के जन्म जयंती को महावीर जन्म कल्याण महोत्स के रूप में धूम धाम से मनाया जाता है।
बड़े ही हर्ष का विषय है की राष्ट्रीय जैन एकता मंच (महिला प्रकोष्ठ ) परिवार द्वारा गुरुवार दिनांक 16 मार्च को हमारे आराध्य देव प्रथम तीर्थंकर असी ,मसी, कृषि के प्रणेता श्री 1008 भगवान आदिनाथ के जन्म कल्याणक से लेकर सोमवार दिनांक 3 अप्रैल 2023 तक जियो और जीने दो, अहिंसा परमो: धर्म का संदेश देने वाले अंतिम तीर्थंकर श्री 1008 महावीर भगवान के जन्म कल्याण महा महोत्सव पर्व तक बालक आदि कुमार एवं बालक वर्धमान पालना महोत्सव ” के रूप मे बड़े ही भक्ति भाव एवं उत्साह पूर्वक देश के विभिन्न शहरों, कस्बो व ग्रामों में मनाया जा रहा है! जैन एकता मंच महिला प्रकोष्ठ की समस्त इकाई से निवेदन है की वो अपने अपने स्तर पर ( दिगम्बर एवं श्वेताम्बर ) मिलकर अपनी अनुकूलता अनुसार इस महोत्सव का आयोजन करे !
एवं आयोजन की सूचना हम तक प्रेषित करे व विशेष आकर्षक, सांस्कृतिक, ज्ञानवर्धक आयोजन किसी भी धार्मिक स्थान पर हों आयोजन के तहत भक्ति सांध्या के साथ आप कोई प्रतियोगिता, संगोष्ठी आदि भी कर सकती है जैन एकता मंच का बैनर अवश्य लगाए ।

विस्तृत जानकारी के लिए
संपर्क करें :-
राष्ट्रीय अध्यक्ष
सुनीता जैन काला नई दिल्ली
‌ 9810654057
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
डॉ संगीता जैन विनायका इंदौर
9827248979
मध्य प्रदेश अध्यक्ष
बरखा जैन बड़जात्या बाकानेर
8889657966

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