दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क के न्यूरोलिंक ने एक बड़ा कारनामा करके दिखाया है। न्यूरोलिंक ने मानव सिर पर चिप का इंप्लांट कर दिया है। इसकी जानकारी खुद मस्क ने दी है, उन्होंने बताया कि जिस व्यक्ति के ब्रेन पर चिप लगाया है, उसकी हालत में सुधार हो रहा है। इस प्रोडक्ट का नाम टेलीपेथ है। यह उन लोगों के लिए वरदान साबित होगी है, जिनके हाथ पैर काम नहीं करते हैं। दरअसल, बीते लंबे समय से इस पर काम जारी है और सितंबर में कंपनी को यूएस फूड और ड्रग्स विभाग की तरफ से टेस्टिंग को मंजूरी मिली थी। मस्क ने एक्स प्लेटफॉर्म पर बताया कि न्यूरोलिंक की तरफ से पहली बार इंसान के ब्रेन पर चिप इंप्लांट किया और अब उसकी हालत में सुधार हो रहा है। साथ ही मस्क ने न्यूरोलिंक के प्रोडक्ट का नाम और उससे होने वाले फायदों के बारे में बताया है।
Also Read – रेगिस्तान में एक मालगाड़ी का 16 से 20 घंटों का सफर किसी रोमांचक रेल यात्रा से कम नहीं न्यूरोलिंक के प्रोडक्ट को टेलीपेंथ नाम दिया है। इस लेकर मस्क ने बताया कि यह उन लोगों के लिए बड़ा ही उपयोगी साबित होगा, जिनके हाथ या पैर नहीं है या फिर वह काम नहीं करते हैं। इसकी मदद से यूजर्स दिमाग से ही कंप्यूटर और स्मार्टफोन को कंट्रोल कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि सोचिए अगर माने-माने वैज्ञानिक स्टीफ़न विलियम हौकिंग सिर्फ इसकी मदद से कम्यूनिकेट कर पाते है। अभी इस ट्रायल का मकसद वायरलेस ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस पर काम करना है। इसमें सर्जिकल रोबोट और इंप्लांट की सेफ्टी पर ध्यान दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टीफ़न विलियम हौकिंग ने इसके लिए कुछ वालंटियर्स का सलेक्शन किया था और उन पर इसका ट्रायल शुरू किया। पहले रिपोर्ट्स में सामने आ चुका है कि कंपनी की लक्ष्य 2030 तक 22 हजार लोगों पर ब्रेन चिप को इंप्लांट करने का था। साल 2016 में न्यूरोलिंक कंपनी की शुरुआत हुई थी। हालांकि कई बार न्यूरोलिंक पर आरोप लग चुके हैं कि वह नियमों को तोड़ रही है।
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