चलो कुंडलपुर चलो कुंडलपुर 16 अप्रैल को आचार्य पद प्रतिष्ठा महोत्सव

 इंदौर ! (देवपुरी वंदना ) आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री 108 समय सागर जी महाराज होंगे उत्तराधिकारी: आचार्य विद्यासागर जी महाराज के गृहस्थ जीवन के भाई मुनि श्री समय सागर जी महाराज अब आचार्य बनेंगे. समय सागर जी महाराज को दमोह के कुंडलपुर में उत्तराधिकार का पद दिया जाएगा. समय सागर जी महाराज को खुद आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने दीक्षा दी थी। 16 अप्रैल मंगलवार को कुंडलपुर तीर्थ क्षेत्र पर आचार्य पदारोहण होने जा रहा है मुनि श्री108 समय सागर जी महाराज की वर्तमान में आयु 65 साल है. 17 साल की आयु में ही समय सागर जी महाराज ने जैन धर्म की दीक्षा ले ली. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के छोटे भाई हैं समय सागर जी महाराज. कर्नाटक के बेलगाम में जन्म हुआ. आचार्य श्री की तरह इनकी रुचि भी बचपन से ही धर्म और कर्म की रही. बचपन में माता पिता ने इनका नाम शांतिनाथ जैन रखा था. जैन धर्म की दीक्षा लेने पर इनका नाम श्री समय सागर जी महाराज हो गया. छह भाई बहनों में समय सागर जी महाराज सबसे छोटे रहे. समय सागर जी महाराज ने सबसे पहले जैन धर्म में जो छुल्लक दीक्षा होती है उसे ग्रहण किया. महाराज ने इसके बाद एकल दीक्षा छतरपुर में ली. छतरपुर में ही महाराज ने मुनि दीक्षा हासिल की. मुनि श्री समय सागर जी महाराज अब जैन समाज के संत शिरोमणि यानि आचार्य श्री108 विद्यासागर जी का पद लेंगे. इन कठिन नियमों का पालन करते हैं मुनिश्री 108 समय सागर जी महाराज
नमक नहीं खाते।


3 से ज्यादा सब्जियां ग्रहण नहीं करते।
एक ही घर से भोजन करते है, अगर ना मिले तो पूरे दिन उपवास रखते हैं।
दिन में एक बार ही भोजन लेते हैं। हर दो महीने में अपने हाथों से केश लोचन करते हैं। सिर्फ लकड़ी के तखत पर सोते हैं।
पूरे साल चतुर्दशी का व्रत रखते हैं।

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