जैनाचार्य धरती के देवता विशुद्ध सागर का इंदौर में होगा 30 अप्रैल 2025 को पट्टाचार्य पदारोहण महामहोत्सव….
इंदौर! (देवपुरी वंदना) मां अहिल्या की पुण्य धरा पर होने वाले 30 अप्रैल 2025 को श्री 108 विशुद्ध सागरजी को मिलने वाला पट्टाचार्य पदारोहण महामहोत्सव में सम्मिलित होंगे 400 से अधिक आचार्य परमेष्ठि , उपाध्याय परमेष्ठि साधू परमेष्ठि,ऐलक,छुल्क,गणनी आर्यिका, छुल्लीका माता , ब्रह्मचारी भैया, ब्रह्मचारिणी बहने एवं इस महामहोत्सव में लाखों लोगों का समागम होने जा रहा है । श्रमण संस्कृति के समाधिस्थ गणा चार्य श्री108 विराग सागर जी के अंतिम उपदेशानुसार, जैनाचार्य शताब्दी देशना चार्य, चलते फिरते धरती के देवता श्री108 विशुद्ध सागर जी महामुनी राज का पट्टाचार्य पद महामहोत्सव का आयोजन 27 अप्रैल से 2 मई 2025 तक इंदौर के प्रसिद्ध चमत्कारिक तीर्थ स्वरूप सुमति धाम, जिनालय में होगा। इसमें जैनाचार्य श्री108 विशुद्ध सागर महाराज जी को पट्टाचार्य पद पदारोहण के संस्कार प्रदान किए जाएंगे|
भव्य ऐतिहासिक आयोजन में पहुंचने से पहले ऑन लाइन एंट्री करें बारकोड दिखाकर ही महोत्सव में एंट्री होगी ।
इंदौर के सुमति धाम में यह भव्य आयोजन लगभग 65 एकड़ भूमि में आयोजित किया जाएगा, जिसमें देशभर के विभिन्न राज्यों से गुरु – भक्त परिवार की उपस्थिति रहेंगी।
27 अप्रैल 2025, रविवार को सभी संघों का एक साथ सुमति धाम में भव्य मंगल प्रवेश होगा।
आयोजन में लगभग 400 संत-साध्वियाँ और 300 से अधिक त्यागी-वृत्ति श्रावक, श्राविकाएं शामिल होंगी।
30 अप्रैल 2025, अक्षय तृतीया के दिन प्रातःकाल में चर्या शिरोमणि, शताब्दी देशना चार्य आचार्य विशुद्ध सागर जी पट्टाचार्य-पद से सुशोभित किया जाएगा।
2 मई 2025 को श्रमण संस्कृति के समाधिस्थ गणाचार्य श्री विरागसागर जी की 61 वें जन्म जयंती बड़े धूमधाम से मनाई जाएगी।