दिल्ली में 12 फरवरी को R.S.S. ने भगवान महावीर के 2550 वे निर्वाण महोत्सव मनाने की घोषणा की.. ‌

इंदौर ! ( देवपुरी वंदना ) हमारे आराध्य अंतिम तीर्थंकर वर्तमान अवसर्पिणी काल के भगवान वीर , अतिवीर , वर्धमान, सन्मति श्री 1008 महावीर स्वामी जी अहिंसा, अपरिग्रह ,सत्य, जियो और जीने दो,त्याग , संयम ,प्रेम, करुणा,शील ,सदाचार और…
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मुनिश्री108 विजयानंद महाराज की तपोस्थली बोलखेड़ा में हुई समाधि

बॉलखेड़ा !(मनोज नायक) जैन दर्शन के अनुसार मृत्यु को महोत्सव के रूप में आयोजित किया जाता है । जिसे उत्तम समाधि मरण कहा जाता है। प्रत्येक श्रमण व श्रावक यही भावना भाता है कि उसका अंत समय गुरु चरणों मे समाधि मरण के साथ हो। जैन सन्त…
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19 जनवरी को करेली जैन समाज द्वारा प्रतिमा खंडित करने के विरोध में बंद करने का आव्हान

करेली! करेली में विगत बारह दिवस पहले स्थानीय करेली नगर के हृदय स्थल माने जाने वाले शुभम कॉलोनी में स्थित श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर से भगवान की चार प्रतिमाएं की चोरी हो गई थी मूर्तियां मंदिर के नीचे की बेदी में विराजित थीं चोरी…
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फिरोजाबाद में 22 जनवरी को प्रथम आचार्य चारित्र चक्रवर्ती शांति सागर जी की मूर्ति स्थापना समारोह एवं…

फिरोजाबाद ! (देवपुरी वंदना) बीसवीं सदी के प्रथमा चार्य चारित्र चक्रवर्ती श्री 108 शान्तिसागर जी महाराज के आचार्य पदारोहण शताब्दी महोत्सव के उपलक्ष्य में आचार्य श्री के प्रतिमा की स्थापना एवं नवीन वेदी शुद्धि होने जा रही है। दिल्ली सूरत…
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मुरैना में 6 फरवरी से ज्ञानतीर्थ प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर होगा त्रिदिवसीय समारोह

मुरैना ! (मनोज नायक) ज्ञानतीर्थ जैन तीर्थ की प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर तीन दिवसीय समारोह विभिन्न सामाजिक धार्मिक-सांस्कृतिक, शैक्षणिक, मानव सेवा हितार्थ कार्यक्रमों के साथ भक्तामर विधान, महामस्तकाभिषेक हर्षोल्लास पूर्वक…
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इंदौर नगर गौरव मुनि श्री 108 प्रणीत सागर जी का 17 जनवरी को वैशाली नगर में मंगल प्रवेश.

इंदौर! ( देवपुरी वंदना ) सम्यक दर्शन, ज्ञान और चारित्र ही मोक्ष मार्ग है। ऐसी बात को बहुत सरल रुप से बताने वाले आचार्य भगवन्त प.पू. आध्यात्म योगी 108 श्री विशुद्ध सागर जी महाराज यथा नाम तथा गुण रुप है। जैसा नाम है, वैसा ही आचरण है।…
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आपके भाव ही आपके भविष्य का निर्माण करते है -आचार्य श्री 108 विमर्शसागरजी

एटा ! (मनोज नायक) जैन धर्मानुयायी के आदर्श तीर्थंकर भगवान हुआ करते हैं । तीर्थंकर भगवान के महामात्य से जहां उनका समवशरण विराजमान होता है वहां चारों ओर सौ सौ योजन अर्थात 1200 किलोमीटर तक सुभिक्ष हो जाता है अर्थात चारों ओर का वातावरण सुख…
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अयोध्या और जैन धर्म   

 लखनऊ ! (देवपुरीवंदना) अयोध्‍या से जैन धर्म का खास संबंध है। जैन परंपरा के अनुसार, 24 तीर्थकरों में से पांच का जन्म अयोध्या में हुआ। जिनमें प्रथम तीर्थंकर श्री 1008 आदिनाथ,‌ (ऋषभदेव) श्री 1008 अजीत नाथ, श्री 1008 अभिनंदन नाथ, श्री 1008…
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इंदौर में 19 जनवरी को वैश्विक हिंदी संगोष्ठी का आयोजन     

  ‌‌ ‌इन्दौर ! वैश्विक हिंदी सम्मेलन, भारतीय भाषा मंच और इंदौर प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वाधान में 19  जनवरी शुक्रवार को भारत और भारतीय भाषाएँ” विषय पर वैश्विक हिंदी संगोष्ठी का आयोजन इन्दौर प्रेस क्लब में शुक्रवार 19 जनवरी को आयोजित की…
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