हर जैन वर्ष में एक बार मंदिर दिवस अवश्य मनाये :: — मुनि श्री पुंगव सुधासागरजी
आगरा ! (मनोज नायक) जैन श्रावकों में परम्परा है कि जन्म के 45 दिन पूर्ण होने पर बच्चे को बडी धूमधाम से मन्दिर ले जाते हैं और प्रथम जिनेन्द्र दर्शन कराकर नवकार मन्त्र सुनाकर, विधिवत जैन बनाया जाता है । शास्त्रो में इसे सम्यक्तव लाभ क्रिया…
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