RSS ने भगवान महावीर के 2550 वे निर्वाण महोत्सव को संपूर्ण देश में मनाने की घोषणा की

नई दिल्ली ! (देवपुरी वंदना) श्वेतत्पिच्छाचार्य श्री 108 विद्यानंद जी मुनिराज के अंतेवासी पट्टशिष्य राष्ट्रगुरु परम्पराचार्य श्री 108 प्रज्ञसागर जी मुनिराज के सान्निध्य एवं प्रेरणा से हमारे आराध्य अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के…
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युगपुरुष : स्वस्ति श्रीचारु कीर्ति स्वामी जी श्रवणबेलगोला

इंदौर ! (.देवपुरी वंदना ) भट्ठारक परंपरा की पहचान युगपुरुष स्वस्ति श्री चारु कीर्ति जी स्वामी जी का जन्म 3 मई 1949 को कर्नाटक के वारंग गांव में हुआ था मात्र 20 वर्ष की आयु में श्रवणबेलगोला मठ के उत्तराधिकारी के रुप में…
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मध्यप्रदेश शासन द्वारा श्री कुंडलपुर क्षैत्र को पवित्र क्षेत्र घोषित किया

इंदौर ! इंदौर जैन समाज ने मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का आभार प्रकट किया मुख्यमंत्री जी ने कैबिनेट बैठक में कुंडलपुर क्षेत्र के 4 किलोमीटर के दायरे में शराब, मांस, बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा और क्षेत्र पर आने…
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इंदौर दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद द्वारा महावीर जन्म कल्याण महोत्सव पर्व की तैयारी अंतिम चरण मे

इंदौर ! ( देवपुरी वंदना) दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद इंदौर की साधारण सभा का शुभारंभ बड़ा गणपति क्षेत्र स्थित मोदी जी की नसिया इंदौर पर सुश्री सोनल जैन के मंगलाचरण के पश्चात मंच पर उपस्थित समाज के अध्यक्ष श्री राजकुमार जी पाटोदी परम…
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सौ रुपए में मध्य प्रदेश जैन राजनैतिक चेतना मंच के सदस्य बन राजनीति में अपना व समाज का वर्चस्व…

इंदौर ! ( देवपुरी वंदना ) संगठन में शक्ति है और शक्ति ही समाज का वर्चस्व है संपूर्ण विश्व में प्राचीन और सबसे बड़ा जैन समाज , धार्मिक ,सामाजिक, सांस्कृतिक , राजनैतिक ‌और संस्कार के क्षैत्र मैं विख्यात रहा है। जिसे कोई भी नकार नहीं सकता…
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अच्छे संस्कार का सुख :- बा.ब्र.झिलमिल दीदी ✍🏻

संस्कार से जीवन मे सुख और जीवन जीने का आनन्द आता है गुरु कहते है जो संस्कार में पला होता है वो जीव अपना जीवन सफल करता है और यश प्राप्त करता है संस्कार से जीवन जीने का मतलब ही बदल जाता है आप संस्कारी होते है तो आपका सब आदर सत्कार करते है…
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श्री 1008 आदिवीर जिनालय कल्पतरू तीर्थ इंदौर मे 28 अप्रैल से 3 मई 2023 पंचकल्याणक महामहोत्सव

इंदौर ! (देवपुरी वंदना ) पंचकल्याणक, हमारे जैन ग्रन्थों के अनुसार वे पाँच मुख्य धाराएं हैं जो सभी तीर्थंकरों के जीवन से होकर गुजरती हैं। ये पाँच कल्याणक हैं ! गर्भ कल्याणक : जब तीर्थंकर प्रभु की आत्मा माता के गर्भ में आती है।…
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जन्म कल्याण

जन्म सभी लेते है पर जन्म को जो सार्थक करे वो जन्म लेना ही वास्तविक रूप से सही जन्म माना गया है । आज हमारे आराध्य देव श्री 1008 आदिनाथ स्वामी का जन्म कल्याण महोत्सव पर्व है यह जन्म कल्याणक क्या होता है ? जन्म कल्याणक का मतलब है जो आत्मा…
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जैन एकता मंच महिला प्रकोष्ठ द्वारा 16 मार्च से 3 अप्रैल तक बालक आदिकुमार और बालक वर्धमान पालना…

बाकानेर ! सभी को विदित है कि श्री 1008 भगवान ऋषभदेव जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर हैं। तीर्थंकर का अर्थ होता है जो तीर्थ की रचना करें। जो संसार सागर से मोक्ष तक के तीर्थ की रचना करें, वह तीर्थंकर कहलाते हैं। ऋषभदेव जी को आदिनाथ भी कहा…
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अभी तक 8,501अंतिम संस्कार में अपनी सहभागिता दे चुके हैं- रांची के पदम जैन

छत्तीसगढ़ ! अंतिम संस्कार एक शव के अंतिम स्वभाव से जुड़ा हुआ एक समारोह है , दाह संस्कार , परिचारक के साथ अंत्येष्टि रीति-रिवाजों में मृतकों को याद करने और उनका सम्मान करने के लिए, अंत्येष्टि से लेकर विभिन्न स्मारकों , प्रार्थनाओं और…
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